उत्तरप्रदेश सरकार के हर दफ्तर में उर्दू अनुवादक रखे जाएंगे। हालांकि इसका फैसला पहले ही किया जा चुका है लेकिन अब उर्दू अनुवादक संवर्ग का पुनर्गठन कर दिया गया है। साथ ही उनके वेतन में बढ़ोतरी सहित तमाम नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उर्दू अनुवादक सह कनिष्ठ लिपिक संवर्ग के प्रथम स्तर को अब उर्दू अनुवादक सह कनिष्ठ सहायक का पदनाम दे दिया गया है। इस पद पर सीधी भर्ती की जाएंगी और नियुक्त कर्मचारियों को ५२००-२०२०० रुपये वेतन बैंड के तहत १९०० रुपये की ग्रेड-पे दी जाएगी। वहीं, उर्दू अनुवादक सह कनिष्ठ सहायक के पद पर १५ साल की संतोषजनक सेवा पूरी करने पर इन कर्मचारी को उर्दू अनुवादक सह वरिष्ठ सहायक के पद पर प्रोन्नत करते हुए उसे ५२००-२०२०० रुपये वेतन बैंड के तहत २८०० की ग्रेड-पे दे दी जाएगी। शर्त यह होगी कि प्रोन्नति वाला पद खाली हो। इसके अलावा उर्दू अनुवादक सह वरिष्ठ सहायक के पद कर्मचारी अगर नौ वर्ष की संतोषजनक सेवा पूरी कर लेता है तो उसे उर्दू अनुवादक सह प्रभारी अधिकारी (प्रशासन) के पद पर प्रोन्नत कर दिया जाएगा। साथ ही ९३००-३४८०० रुपये वेतन बैंड के तहत ४२०० रुपये ग्रेड पे दी जाएगी। लेकिन यहां भी वही शर्त होगी कि पद खाली होने पर ही पुराने पद एवं वेतन को उच्चीकृत किया जाएगा। इसमें एक प्रतिबंध यह भी होगा कि सह वरिष्ठ सहायक के उपलब्ध पदों के ३० फीसदी पद ही प्रमोशन से भरे जाएंगे। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव का कहना है कि इस आदेश को तत्काल वित्त विभाग की सहमति से लागू करा दिया जाए ताकि कर्मचारियों को जल्द राहत मिल सके(अमरउजाला,इलाहाबाद,20.9.2010)।
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