छात्रों और प्रोफेशनल्स को ही नहीं आजकल वैवाहिक मामलों, बाल व समाज सुधार केंद्रों और अस्पतालों तक में गाइडेंस और काउंसलिंग की जरूरत महसूस हो रही है। इसी कारण इन जगहों पर काउंसलरों की भर्ती तेजी से की जा रही है। इससे इस नए करियर की ओर लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है। गाइडेंस और काउंसलिंग में करियर कैसे बनाया जाए, इस बारे में बता रहे हैं फजले गुफरान। गाइडेंस और काउंसलिंग किसी भी विद्यार्थी या व्यक्ति को दी जाने वाली वह सहायता है, जिसके सहारे वह खुद को व दूसरों को समझता है और एक बेहतर जिंदगी या करियर के लिए खुद को तैयार करता है। इस प्रक्रिया में वह अपनी जरूरतों व महत्त्वाकांक्षाओं में तालमेल बिठाना सीखता है और हर माहौल व चुनौती के लिए अपने कौशल को निखारने का यत्न करता है। इस लिहाज से मार्गदर्शन या परामर्श किसी को अपनी समस्याओं से निबटने में उन विकल्पों की राह खोलता है, जिसके सहारे अपने लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। एक प्रकार से कहा जा सकता है कि व्यक्ति भविष्य के लिए खुद को तैयार करता है। गाइडेंस एंड काउंसलिंग से अपनी रुचि को पहचानने में मदद मिलती है, अपनी ताकत और कमजोरियों को जानने का अवसर मिलता है और इनके हिसाब से अपना भविष्य चुनने में आसानी होती है। इसका लाभ यह है कि आप पर कुछ भी थोपा नहीं जा सकता या फिर आप किसी की देखा-देखी करने में यकीन करना छोड़ देंगे, क्योंकि आपको अपनी योग्यता व कमजोरी का पता है। इसके अलावा, परामर्श से किसी उलझन या परेशानी या किसी ऐसी रुकावट को दूर करने में मदद मिलती है, जिसके कारण विकास का रास्ता रुका हुआ होता है। इसे और सरल तरीके से समझा जाए तो कहा जा सकता है कि बारहवीं करने के बाद आप यदि तय नहीं कर पा रहे हैं कि किस पाठय़क्रम में प्रवेश लूं तो काउंसलर की मदद ले सकते हैं। वह आपकी काबिलियत व पसंद के हिसाब से आपको बताएगा कि आपके लिए क्या बेहतर है। लेकिन यदि आप खुद गाइड व काउंसलर बनना चाहते हैं तो उसके लिए भी पाठय़क्रम हैं, जो इसकी बारीकियों को समझने में मदद करेंगे और आप दूसरों को रास्ता दिखा सकेंगे तथा उनकी परेशानियां दूर कर पाएंगे। क्या है इसके पीछे का दर्शन गाइडेंस एंड काउंसलिंग के जो बुनियादी सिद्धांत हैं, वे कमोबेश हर देश में एक जैसे हैं। स्थानीय मान्यताओं व विश्वासों के साथ तालमेल बनाना पड़ता है। इसके आठ सिद्धांत इस प्रकार हैं : हर व्यक्ति की मर्यादा अहम होती है। कोर्स एवं योग्यता गाइडेंस एंड काउंसलिंग के सिद्धांतों को जानने-समझने के लिए पाठय़क्रम भी उपलब्ध हैं। यह कोर्स है पीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग, पीजी डिप्लोमा इन काउंसलिंग एंड बिहेवियर मॉडिफिकेशन। ये कोर्स एक वर्ष के हैं। इनके लिए अभ्यर्थी को किसी भी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना जरूरी है। पाठयक्रम में व्यक्तित्व, व्यवहार, अभिव्यक्ति, व्यक्तिगत अंतर, आकलन जैसे विषयों को पढ़ाया जाता है। विजन इंस्टीटय़ूट के डायरेक्टर मुकेश गुप्ता के मुताबिक ये पाठय़क्रम समाज की जरूरत हैं। शिक्षकों, पेशेवरों, पुनर्वास कार्यकत्र्ताओं, विशेष शिक्षकों इत्यादि के लिए यह जरूरी है कि वे इसका महत्त्व समझों और शिक्षा में इसे शामिल करें, ताकि हर विद्यार्थी को उसकी काबिलियत के हिसाब से मंजिल मिल सके। कहां-कहां हैं अवसर पीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग का कोर्स करने के बाद रोजगार के कई विकल्प हैं, जैसे स्कूलों, अस्पतालों, पुनर्वास केंद्रों, बाल सुधार केंद्र, करियर काउंसलिंग केंद्रों, क्लिनिकों, बाल एवं युवा परामर्श केंद्रों, वैवाहिक परामर्श केंद्रों, गैर सरकारी संगठनों में अवसर ही अवसर हैं। पीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग का कोर्स करने के बाद अपने देश में सरकारी और गैर सरकारी विभागों में रोजगार के अलावा विदेशों में भी बेशुमार अवसर हैं। प्रमुख संस्थान इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, मैदानगढ़ी, गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी, हिसार, हरियाणा जामिया मिल्लिया इस्लामिया, जामिया नगर, नई दिल्ली विजन इंस्टीटय़ूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज, रोहिणी, नई दिल्ली अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु
हर व्यक्ति एक-दूसरे से जुदा-जुदा होता है।
इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी व्यक्ति के समग्र व्यक्तित्व को निखारना होता है।
कोई भी व्यक्ति अपनी समझ और सोच के हिसाब से ही काम करता है।
कोई भी व्यक्ति खुद को जैसा मानता है, उसी हिसाब से अपने को निखारने की कोशिश करता है।
हर व्यक्ति में सीखने की क्षमता होती है और वह अपने विकल्प चुन सकता है।
हर किसी को निरंतर मार्गदर्शन की जरूरत होती है।
किसी को भी उसके मुताबिक सक्षम सलाहकारों की मदद की जरूरत पड़ सकती है।
नई दिल्ली
वेबसाइट : www.ignou.ac.nic
वेबसाइट : www.gju.ernet.in
वेबसाइट : www.jmi.nic.in
वेबसाइट : www.visioninstitute.in
वेबसाइट : www.annamalaiuniversity.ac.in
मुख्य समाचारः
02 सितंबर 2010
दूसरों की सहायता में संवारें खुद का करियर
(फजले गुफरान,हिंदुस्तान,दिल्ली,1.9.2010)
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