हर साल जून तक ही सभी कंपनियों की प्लेसमेंट प्रक्रिया पूरी हो जाती थी लेकिन इस बार अब तक जरूरत के मुकाबले आधे स्टूडेंट्स भी कंपनियों को नहीं मिल पाए। टीसीएस, इन्फोसिस, सीएससी और एमडाक्स जैसी कंपनियों को देशभर से करीब एक लाख 20 हजार और इन्दौर शहर से 3300 स्टूडेंट्स चाहिए।
टीसीएस को चाहिए 40 हजार- सबसे अधिक स्टूडेंट्स की डिमांड करने वाली कंपनी टीसीएस है। इसे 40 हजार इंजीनियर्स की जरूरत है। इसके लिए देशभर के कॉलेजों में ओपन प्लेसमेंट किए जा रहे हैं। जून में भी टीसीएस शहर आई थी। कंपनी को यहां से एक हजार से अधिक इंजीनियर्स चाहिए थे लेकिन प्लेसमेंट के दौरान करीब 300 स्टूडेंट्स ही मिल पाए। टीसीएस ने प्लेसमेंट सीजन खत्म होने के बावजूद अगस्त में एक बार फिर दस्तक दी और करीब 200 स्टूडेंट्स का चयन किया है।
फिर बैठ पाएंगे स्टूडेंट्स- दो महीने पहले प्लेसमेंट सीजन खत्म हुआ तो कॉलेज और स्टूडेंट्स को लगा अब अगले साल ही चांस मिलेगा लेकिन एक महीने बाद ही शहर के पांच टॉप कॉलेजों को सूचना मिली कि वे फिर से ओपन ड्राइव करना चाहती हैं। नियम के मुताबिक किसी कंपनी के लिए एक बार फेल हो जाने के बाद नए वर्ष में ही उन्हें दोबारा बैठने की परमिशन होती है। अगले दो महीने में आने वाली सभी कंपनियों में स्टूडेंट्स दोबारा बैठ सकेंगे।
आईटी और सीएस की मांग- कंपनियों ने कॉलेजों से रिकॉर्ड भेजने के लिए कहा है, जिसमें आईटी और सीएस वाले स्टूडेंट्स की सबसे अधिक डिमांड की गई है। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) के प्लेसमेंट अधिकारी गोविंद माहेश्वरी का कहना है पहली बार टीसीएस, इन्फोसिस, सीएससी जैसी कंपनियां दोबारा प्लेसमेंट के लिए शहर आ रही हैं। 2011 की तैयारी अभी से- कंपनियों को जॉब के लिए कितने स्टूडेंट्स की जरूरत है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस समय लास्ट सेमेस्टर में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के रिकॉर्ड 2011 प्लेसमेंट सीजन के लिए अभी से मंगाए जा रहे हैं। मेडिकेप्स इंस्टिट्यूट के प्लेसमेंट अधिकारी राहुल गुप्ता ने बताया कई सालों बाद ऐसा मौका होगा जब शहर के अच्छे कॉलेजों के लगभग सारे स्टूडेंट्स 2011 के पहले ही जॉब पाने में सफल होंगे। सभी कंपनियों का शहर से स्टूडेंट्स ले जाने का टारगेट करीब 3500 हजार होता है लेकिन 2500 स्टूडेंट्स को ही जॉब मिल पाता है।
क्वालिटी से ही जॉब मिलेगा- यूनिवर्सिटी के इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) के प्लेसमेंट अधिकारी अवनीश व्यास का कहना है स्टूडेंट्स यदि पहले से प्लेसमेंट की तैयारी करके रखते तो पहले राउंड में ही उन्हें जॉब मिल जाता। दोबारा मौका मिलना बहुत अच्छा है। पर जॉब पाने के लिए सभी को अच्छी तैयारी करना होगी(दैनिक भास्कर,इन्दौर,4.9.2010)।
जानकारी का आभार.
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