इलाहाबाद स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईर्टी) के छात्रों को भविष्य में अनुसंधान अथवा आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जाने के बेहतरीन अवसर उपलब्ध होंगे। उच्च शिक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को संस्थान और स्कॉटलैंड की एबर्ट ड्यूंडे यूनिवर्सिटी (यूएडी) के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल और स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर एलेक्स साइमंड भी मौजूद होंगे। दोनों देशों का मानना है कि द्विपक्षीय समझौता शिक्षा के सर्वश्रेष्ठ तौर तरीकों को समझने, छात्रों और फैकल्टी के आदान प्रदान, संयुक्त अनुसंधान के अलावा संयुक्त डिग्री तक के रास्ते खोलने में मददगार बनेगा। ट्रिपल आईटी इलाहाबाद और यूएडी जिन क्षेत्रों में एक दूसरे को सहयोग करेंगी उनमें क्रिएटिव डिजिटल मीडिया, आर्ट्स, खेल, विजुअलाइजेशन, इकोनॉमिक्स, बिजनेस और प्रबंधन, बायोटेक्नोलॉजी, बायोइंफॉरमेशन, फूड साइंस मुख्य हैं। इनके अतिरिक्त आपसी रुचि के अन्य विषयों पर भी मिलकर काम करने की योजना है। मकसद गुणवत्तापरक शिक्षा को संयुक्त मान्यता देकर छात्रों की आवाजाही व अनुसंधान को प्रोत्साहन देना है। स्कॉटलैंड सरकार ने साल २००९ में अपने इंडिया प्लान की घोषणा की थी। समझौते में शामिल होने दिल्ली गए ट्रिपलआईटी के निदेशक प्रो. एमडी तिवारी ने आशा व्यक्त की कि डिजिटल मीडिया, कला, बायोटेक-बायोइनफारमेशन के साथ खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में हम स्कॉटलैंड की विशेषता का लाभ उठा सकेंगे। हमारे विद्यार्थी एबर्ट ड्यूंडे यूनिवर्सिटी की विशेषज्ञता से लाभान्वित हो सकेंगे(अमर उजाला,दिल्ली,12.10.2010)।
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