गौतमबुद्ध प्राविधिक विश्वविद्यालय (जीबीटीयू) के सहयुक्त संस्थान इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (आईईटी) में गुरुवार को शिक्षकों की आमसभा हुई। इसमें प्रोन्नतियों के लम्बित मामले का निरस्तारण न होने की स्थिति में कोर्ट में गुहार लगाने का निर्णय लिया गया। आईईटी में करीब 32 शिक्षकों की प्रोन्नतियों का मामला एक वर्ष से लम्बित चल रहा है। कुछ शिक्षकों को तो अभी नियुक्ति से लेकर एक भी बार प्रोन्नति नहीं मिल पायी है और इसको लेकर उनमें आक्रोश है। आईईटी शिक्षक फोरम के अध्यक्ष डा. बीएन मिश्र की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई आमसभा में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने हिस्सा लिया और हर हाल में प्रोन्नतियों के लम्बित मामले का निस्तारण कराने के लिए शासन पर दबाव डालने पर सहमति बनी है। बैठक में आईईटी के प्रोफेसर बीके सिंह, प्रो. दिवाकर यादव, डा. वीके सिंह, डा. एमजेड खान, डा. एसपी शुक्ल, डा. तनवीर ताहिर, प्रो. एसपी त्रिपाठी, प्रो. डी.एन कक्कड़ सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। शिक्षकों का कहना है कि एचबीटीआई कानपुर के एक शिक्षक के मामले में कोर्ट ने जुर्माना लगाने के साथ ही प्रोन्नति देने के लिए विभागीय प्रमुख सचिव को अधिकृत किया है, ऐसे में आईईटी के शिक्षकों के मामले में भी कोर्ट में गुहार लगायी जा सकती है। शिक्षकों का कहना है कि कुलपति से लेकर कुलाधिपति तक मामले का निस्तारण न होने की स्थिति में ही हाईकोर्ट में मामले को उठाया जाएगा, लेकिन अब शिक्षकों की प्रोन्नतियों के मामले को और अधिक लम्बित नहीं रहने दिया जाएगा(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,15.10.2010)।
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