मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

13 अक्टूबर 2010

फ्लाइंग के क्षेत्र में करिअर

अपनी स्थापना से अब तक भारतीय वायु सेना का कायाकल्प हो चुका है। विश्व में चौथी सबसे बड़ी इस वायु सेना में आप एयर मैन और ऑफिसर के रूप में सेवाएं दे सकते हैं। चयन से संबंधित विज्ञापन समाचार-पत्रों में प्रकाशित किए जाते हैं।

एयर मैन के रूप में जॉब
भारतीय वायु सेना में एयर मैन (सिर्फ पुरुष) के रूप में कार्य करने के लिए टेक्निकल और नॉन टेक्निकल दोनों ही क्षेत्रों में अवसर हैं। चयन के पश्चात अभ्यर्थियों की नियुक्ति एक्स, वाई, जेड तीनों में से किसी भी कॉम्बैटेंट ग्रुप में हो सकती है। टेक्निकल टे्रड के तहत कॉम्बैटेंट एक्स में रेडियो फिटर, रडार फिटर, मिसाइल फिटर आदि, जबकि कॉम्बैटेंट वाई में फोटो टेक्नीशियन, मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट टेक्नीशियन आदि के रूप में नियुक्ति होती है। नॉन टेक्निकल ट्रेड के तहत कॉम्बैटेंट एक्स में एजुकेशन इंस्ट्रक्टर और कॉम्बैटेंट वाई में ग्राउंड ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर, इंडियन एयर फोर्स पुलिस, कैटरिंग असिस्टेंट, टेलीफोन ऑपरेटर आदि और कॉम्बैटेंट जेड में म्यूजिशियन के रूप में एयर फोर्स में काम करने का मौका मिलता है।

एयर मैन के रूप में जॉब के लिए निर्धारित न्यूनतम शारीरिक योग्यता को पूरा करना जरूरी है। इसके लिए लिखित परीक्षा और मेडिकल दोनों में सफल होना जरूरी है। विभिन्न पदों के लिए निर्धारित योग्यता के अनुसार लिखित परीक्षा के लिए प्रश्न-पत्र बनाए जाते हैं। टेक्निकल स्ट्रीम में अंग्रेजी, मैथ्स और फिजिक्स से संबंधित, जबकि नॉन-टेक्निकल स्ट्रीम में सिर्फ अंग्रेजी और रीजनिंग एंड जनरल अवेयरनेस से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। म्यूजिशियन के लिए अंग्रेजी डिक्टेशन की जांच की जाती है।

-ग्रुप एक्स में टेक्निकल ट्रेड के तहत एयरमैन के रूप में आप अपनी सेवा दे सकते हैं। इसके लिए आयु सीमा 17 से 22 वर्ष होनी चाहिए। शैक्षणिक योग्यता के रूप में अभ्यर्थी को मैथमेटिक्स और फिजिक्स में कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ इंटरमीडिएट/12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए अथवा उसके पास इंजीनियरिंग (मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर साइंस या इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नोलॉजी, इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी) में कम सेकम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 3 साल का डिप्लोमा होना चाहिए।

-ग्रुप वाई में वही उम्मीदवार जा सकते हैं जो इंटरमीडिएट/12वीं साइंस, आर्ट्स या कॉमर्स से 50 प्रतिशत अंकों केसाथ उत्तीण हों। इस योग्यता के समकक्ष वोकेशनल कोर्सेज वाले उम्मीदवार भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। लेकिन वोकेशनल कोर्स एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज से मान्यता प्राप्त सीबीएसई या केरल बोर्ड से किया होना चाहिए। ग्रुप वाई एयरमैन पद के लिए 17 से 22 वर्ष की उम्र वाले युवा ही आवेदन कर सकते हैं। इसमें श्रेणी में सभी वाई ट्रेड शामिल हैं, सिवा म्यूजिशियन ट्रेड के।

-म्यूजिशियन ट्रेड के लिए भी सरकार से मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा म्यूजिशियन के लिए इनमें से एक म्यूजिजिकल इंस्ट्रूमेंट का अच्छा ज्ञान होना चाहिए - ट्रंपेंट, बास, वॉयलिन, सेक्सोफोन, क्लेरिनेट, यूरोफोनियम, जास ड्रम, पिकोलो, बास ट्रंबोन, कीबोर्ड, गिटार, सरोद, सेलो, कोंट्रा बास। इसके लिए 17 से 25 वर्ष के बीच आयु रखने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

ऑफिसर के रूप में जॉब
एयर फोर्स में तीन ब्रांचेज के तहत छात्र अपनी सेवाएं (परमानेंट और शॉर्ट सर्विस कमीशन) दे सकते हैं- फ्लाइंग, टेक्निकल और ग्राउंड ब्रांच। ऑफिसर के रूप मे नियुक्ति के लिए निर्धारित शारीरिक मापदंडों के आधार पर भी खरा उतरना जरूरी है। लिखित परीक्षा में सफल होने पर एयर फोर्स सेलेक्शन बोर्ड के समक्ष इंटरव्यू, ग्रुप टेस्ट और अन्य मनोवैज्ञानिक टेस्ट के लिए उपस्थित होना पड़ेगा। जरूरत के अनुसार मेडिकल टेस्ट भी क्लियर करना होगा।

-12वीं उत्तीर्ण छात्रों (सिर्फ पुरुष) को फ्लाइंग ब्रांच में एनडीए के माध्यम से सेवा का मौका मिलता है। एनडीए में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी की आयु साढ़े 16 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
-ग्रेजुएट तीनों ही शाखाओं में जॉब पा सकते हैं। फ्लाइंग ब्रांच में एंट्री के लिए आयु सीमा 19 से 23 वर्ष निर्धारित है। सीडीएस परीक्षा के द्वारा इसमें पुरुष अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलता है। एनसीसी का एयर विंग सीनियर डिविजन सी सर्टिफिकेट होने पर भी आपको मौका मिलता है। महिलाओं के अलावा पुरुषों को भी शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत फ्लाइंग ब्रांच में नौकरी मिलती है। टेक्निकल ब्रांच में डायरेक्ट एंट्री स्कीम और यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के तहत इंजीनियरिंग में जॉब मिलता है। ग्राउंड ड्यूटी (एडमिनिस्ट्रेशन, अकाउंट, लॉजिस्टिक्स) में जॉब के लिए अभ्यर्थी की आयु 20 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
-जो (पुरुष व महिला) पोस्टग्रेजुएट हैं, उनको ग्राउंड ड्यूटी (एडमिनिस्ट्रेशन, अकाउंट, लॉजिस्टिक्स, एजुकेशन, मेटियोरोलॉजी) में मौके मिलते हैं।
-इंजीनियरिंग के डिग्रीधारक अभ्यर्थियों के लिए फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ड्यूटी तीनों में ही मौके मिलते हैं। फ्लाइंग ब्रांच में सीडीएस परीक्षा के द्वारा पुरुष अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलता है। ग्राउंड ब्रांच में मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट में अभ्यर्थी एंट्री पा सकते हैं।

महिलाओं के लिए मौके
एयर फोर्स में सिर्फ ऑफिसर कैटेगरी में महिलाओं को मौके मिलते हैं। इनके लिए योग्यता ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और इंजीनियरिंग है। लेकिन महिलाओं की नियुक्ति सिर्फ शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत होती है, यानी 10 सालों के लिए। इसके बाद उनकी कार्यक्षमता और उम्र को देखते हुए इसे और 10 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। फ्लाइंग पायलट (एसएससी) के लिए नियुक्ति 14 वषोजेड के लिए होती है, जिसे बढ़ाया नहीं जा सकता(के.राजीव,अमर उजाला,13.10.2010)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।