इंटर शिक्षकों के लिए खुशखबरी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने उनके लंबे समय से चल रही मांग को मान लिया है। अब इंटर शिक्षकों के कल्याण के लिए एक कोष का गठन संभव हो सकेगा। सोमवार को इस संबंध में एक बैठक हुई। इसमें कोष बनाने के लिए तैयार नियमावली को मंजूरी के लिए रखा गया।
इंटर शिक्षक कल्याण कोष नियमावली को अंतिम रूप देकर विधि परामर्शी के पास भेजा गया है। विधि परामर्शी की राय के बाद नियमावली को अंतिम रूप से काउंसिल बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। बोर्ड से पास होने के बाद नियमावली के तहत शिक्षक कल्याण कोष अस्तित्व में आ जाएगा। तैयार नियमावली में कहा गया है कि इंटर शिक्षकों की स्थिति दयनीय है। अनुदान से उनका काम चलता है। इस स्थिति में किसी भी गंभीर परिस्थिति में इस कोष का उपयोग कर पाएंगे।
ऐसे काम करेगा कोष
कोष में शिक्षक व काउंसिल दोनों को राशि जमा करनी होगी। शिक्षकों की कॉपी जांच की राशि से यह काटा जाएगा। कॉपी जांच की तीन फीसदी राशि काटकर इस कोष में जमा कराया जाएगा। इतनी ही राशि काउंसिल भी जमा कराएगा। जैक सचिव यमुना गिरि ने बताया कि इंटर शिक्षकों को गंभीर बीमारी या विशेष परिस्थिति में इस कोष के उपयोग की अनुमति होगी। अधिकतम 50 हजार रुपये तक उन्हें दिए जाएंगे। सचिव ने कहा कि कोष के गठन की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। झारखंड इंटर शिक्षक संघ के प्रधान महासचिव सुनील कुमार सिंह ने इस कोष के गठन पर खुशी जाहिर की है(दैनिक जागरण संवाददाता,रांची,11.10.2010)।
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