उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को शिक्षकों के लिए अभी कुछ समय तक और इंतजार करना पड़ेगा। पंचायत चुनाव की आचार संहिता के चलते विद्यालयों में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति पूरी तरह अटक गई है। इसमें अनुदानित व राजकीय विद्यालयों के करीब तीन हजार शिक्षक शामिल हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले दिनों प्रशिक्षित शिक्षक व प्रवक्ताओं के करीब साढ़े चार हजार पदों के परिणाम जारी किए थे। इन शिक्षकों को विद्यालयों में तैनात करने के लिए सूची माध्यमिक शिक्षा विभाग को उपलब्ध करा दी गई थी। शिक्षकों को विद्यालय तो आवंटित कर दिए गए थे, पर इनमें से आधे से अधिक को अभी तक नियुक्ति नहीं मिली। इसी तरह लोक सेवा आयोग ने भी राजकीय इन्टर कालेज के लिए करीब एक हजार शिक्षकों का चयन किया था। इन शिक्षकों को कालेज के आवंटन का कार्य अभी चल रहा था। इस बीच पंचायत चुनाव की आचार संहिता लागू होने के चलते सभी की तैनाती अटक गई। माध्यमिक विद्यालयों को यह शिक्षक अब आधा सत्र पूरा होने के बाद ही मिल सकेंगे। एडी माध्यमिक का पदभार संभाल रहे संयुक्त शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पंचायत चुनाव के बाद शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। उनके अनुसार राजकीय इन्टर कालेज के लिए चयनित शिक्षकों की सूची अभी लोक सेवा आयोग से प्राप्त नहीं हुई है। यह सूची भी अब चुनाव के बाद ही आने की संभावना है(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,12.10.2010)।
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