अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड से आलिम परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले तमाम छात्रों के सामने नया संकट खड़ा हो गया। मार्क्स शीटों में संशय की स्थिति के चलते कई कालेजों ने इन छात्रों के स्नातक कक्षाओं में प्रवेश पर रोक लगा दी है। मदरसा बोर्ड का मुख्यालय लखनऊ में स्थित है, जबकि विश्र्वविद्यालय की प्रवेश नियमावली में इसे इलाहाबाद में दर्शाया गया है। इसी वजह से छात्रों के सामने प्रवेश समस्या आ रही है। उत्तर प्रदेश अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड करीब डेढ़ दशक पहले तक इलाहाबाद से संचालित होता था लेकिन उसके बाद बोर्ड का मुख्यालय लखनऊ में स्थापित कर दिया गया। अब बोर्ड की अंक तालिकाएं लखनऊ से जारी हो रही हैं। बावजूद इसके यहां एमजेपी रुहेलखंड विश्र्वविद्यालय की प्रवेश नियमावली में बोर्ड का मुख्यालय इलाहाबाद ही दर्ज है। विश्र्वविद्यालय से यह चूक इसी सत्र में हुई है। पिछले सत्र की नियमावली में अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड का मुख्यालय लखनऊ ही दर्ज था। ऐसी स्थिति में कई डिग्री कालेजों ने लखनऊ मुख्यालय लिखी अंक तालिकाएं प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। इन कालेजों ने इस बाबत विश्र्वविद्यालय से मार्गदर्शन भी मांगा है। विश्र्वविद्यालय की इस गलती से मदरसा बोर्ड से आलिम उत्तीर्ण तमाम विद्यार्थियों का स्नातक में प्रवेश के लिए भटकना पड़ रहा है। गौरतलब है कि अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड की आलिम परीक्षा इंटरमीडिएट के समकक्ष मानी जाती है(दैनिक जागरण,बरेली,12.10.2010)।
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