मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विज्ञान व इंजीनियरिंग के शोध छात्रों को तोहफा दिया है। इन छात्रों की छात्रवृत्ति बढ़ा दी गई है। इसमें जेआरएफ व एसआरएफ दोनो ही शामिल हैं। छात्रवृत्ति में चार हजार रुपये का इजाफा किया गया है। अलबत्ता एमटेक उत्तीर्ण छात्रों को पांच हजार रुपये का फायदा मिलेगा। फिलहाल, नई दर सिर्फ केन्द्र सरकार द्वारा वित्त पोषित संस्थानों में ही लागू होगा। विज्ञान व प्रौद्योगिकी शोध के क्षेत्र में प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करने के लिए सरकार ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और केंद्र द्वारा वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों के कनिष्ठ एवं वरिष्ठ शोधार्थियों की छात्रवृत्ति में बढ़ोतरी करने का निर्णय किया है। तीस सितंबर को जारी आदेश के अनुसार बीटेक या इसके समकक्ष को पहले और दूसरे साल के लिए प्रतिमाह 16 हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में मिलेंगे। अब तक इन छात्रों को 12 हजार रुपये मिलते थे। विज्ञान के स्नातकोत्तर शोधार्थी और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को अब पांच साल तक 18 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। अब तक उनको तीसरे और चौथे साल में 14 हजार रुपये और पांचवे साल में 15 हजार रुपये मिलते थे। इसी तरह एमटेक या इसके समकक्ष छात्रों को अब पहले व दूसरे साल में 18 हजार प्रतिमाह मिलेंगे। इन्हें अभी तक 14 हजार मिलते थे। इन छात्रों को तीसरे व चौथे साल में अब 15 हजार की जगह बीस हजार रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति दी जाएगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो. जटाशंकर के अनुसार अब तक इन छात्रों को यूजीसी नेट से कम फेलोशिप मिल रही थी(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,15.10.2010)।
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