विशिष्ट जन की आमद हो, या फिर कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी। पंजाब पुलिस के जवानों भूखे पेट या फिर लंगर के सहारे ड्यूटी निभा रहे हैं। विभाग द्वारा विशेष अभियान में लगे पुलिसकर्मियों के भोजन की व्यवस्था के लिए विशेष बस बनवाई गयी थी, जो खराब पड़ी है। कर्मचारियों ने यह मामला डीजीपी के समक्ष उठाने का मन बना लिया है। बठिंडा जिला इन दिनों गणमान्य व्यक्तियों और नेताओं का गढ़ बना हुआ है। विशिष्ट जनों की ज्यादा आमद के कारण प्रदर्शन भी ज्यादा होने लगे हैं। माइसरखाना का मेला भी चरम पर है। सैकड़ों पुलिसकर्मियों को दिन-रात ड्यूटी करनी पड़ रही है। पुलिस विभाग ने मंगलवार पुलिसकर्मियों रिफाइनरी में तैनात कर दिया गया। दिन भर तैनाती के बाद कर्मचारियों को रात में मेला ड्यूटी पर लगा दिया। बुधवार को उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल अंडरब्रिज के उद्घाटन के लिए आने वाले थे। इसलिए पुलिसवालों को कार्यक्रम स्थल पर तैनात कर दिया। विभाग ने ईमानदारी से ड्यूटी करने वालों के भोजन का कोई इंतजाम नहीं किया, जिससे मुलाजिमों ने भूखे पेट ड्यूटी की। कुछ पुलिस वालों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तत्कालीन जिला पुलिस प्रमुख नौनिहाल सिंह ने पुलिसकर्मियों के लिए ड्यूटी पर खाना पहुंचाने के लिए विशेष बस शुरू करवाई थी। इसमें मैस से डयूटी पर तैनात पुलिस वालों के लिए खाना पहुंचाया जाता था, मगर यह बस बीते कई दिनों से बंद पड़ी है। इस बारे में एसपी (एच) अमरजीत सिंह ने कहा, मंदिर माइसरखाना में पंचायत की ओर से लंगर लगाया गया है। पुलिसवालों लंगर में खाना खा रहे हैं। किसी भी पुलिस वाले को खाने की दिक्कत नहीं आने दी जा रही है। वीआईपी ड्यूटी के दौरान किसी को दिक्कत हुई है तो इस तरफ ध्यान दिया जाएगा( दिलबाग दानिश,दैनिक जागरण,बठिंडा,15.10.2010)।
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