देश के प्रीमियर मैनेजमेंट संस्थानों में इन दिनों जश्न का माहौल है। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) बीते साल की तुलना में 25 फीसदी से बढ़कर 100 फीसदी पर पहुंच गए हैं। करीब साल भर पहले अर्थव्यवस्था मंदी के जख्म सहला रही थी और छात्रों को बहुत कम पीपीओ मिले थे। कंपनियां जिन छात्रों को पीपीओ देती हैं, वे उनके साथ गर्मियों में इंटर्न के रूप में काम करते हैं। मंदी के बाद आर्थिक रिकवरी के चलते कंपनियों की आमदनी बढ़ी है। ऐसे में, वे ज्यादा लोगों को नौकरी दे रही हैं। इससे कैंपस में भी जश्न का माहौल है।
आईआईएम कलकत्ता के छात्रों को अंतिम प्लेसमेंट से चार महीने पहले 65 से ज्यादा पीपीओ और 30 प्री-प्लेसमेंट इंटरव्यू के ऑफर मिले हैं। पिछले साल पीपीओ की संख्या 41 थी। आईआईएम कलकत्ता में एक्सटर्नल रिलेशंस सेक्रेटरी संयुक्ता तिरुमेनी ने कहा, 'कई कंपनियों ने अभी पीपीओ का एलान नहीं किया है। इनकी संख्या और बढ़ेगी। अब तक हालात काफी बढि़या दिख रहे हैं।'
उन्हें उम्मीद है कि यह संख्या इस बार मंदी से पहले की स्थिति के पार चली जाएगी, जब पीपीओ 90 से भी ज्यादा रहे थे। 385 छात्रों के बैच में से 17 फीसदी से ज्यादा को पहले ही प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिल चुके हैं। आईआईएम के दूसरे कैंपस में भी कुछ ऐसी ही कहानी है। आईआईएम बंगलौर में प्लेसमेंट हेड सपना अग्रवाल ने कहा कि उनके संस्थान के बैच में से 20 फीसदी छात्रों को पीपीओ मिल चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ओर से जो ऑफर आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर फाइनेंशियल और कंसल्टिंग कंपनियों ने दिए हैं।
इसके अलावा, एफएमसीजी, मार्केटिंग, जनरल मैनेजमेंट और आईटी कंपनियों की ओर से भी ऑफर देखने को मिल रहे हैं।
आईआईएम अहमदाबाद में पीपीओ देने वाली कंपनियों में कंसल्टिंग कंपनियां और इनवेस्टमेंट बैंक प्रमुख हैं। स्टूडेंट प्लेसमेंट कमेटी की सदस्य मानसी चितालिया ने कहा, 'हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज और आदित्य बिड़ला ग्रुप जैसी कंपनियों ने भी पीपीओ दिए हैं।' मोटे तौर पर प्रोफाइल वही रहे हैं, लेकिन कुछ शीर्ष मैनेजमेंट पद भी छात्रों को दिए गए हैं। मसलन, आईआईएम-कलकत्ता के दिलीप कृष्णन को फ्लोरिडा की आउटबैक स्ट्रीकहाउस के साथ इंटर्नशिप के बाद सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस और थाईलैंड जैसे पांच मुल्कों के मार्केटिंग प्रमुख के पद का ऑफर मिला है। यह कंपनी 22 मुल्कों में रेस्तरां चेन चलाती है।
चितालिया ने कहा, 'छात्रों को कंसल्टिंग और मीडिया कंपनियों से भी पीपीओ मिले हैं। कई कंपनियां पीपीओ के जरिए ही नियुक्तियों से जुड़ी अपनी जरूरतों का बड़ा हिस्सा पूरा करने की योजना बना रही हैं।' आईआईएम लखनऊ के छात्रों को पहले ही 43 से ज्यादा पीपीओ मिले हैं, जबकि पिछले साल यह 30 थे। संस्थान में प्लेसमेंट के चेयरमैन आर एल रैना ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि आगामी महीनों में इनकी तादाद में और इजाफा होगा।' पीपीओ देने वाली कंपनियों में मैकेंजी एंड कंपनी, बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, हिंदुस्तान यूनिलीवर, प्रॉक्टर एंड गैम्बल, आदित्य बिड़ला ग्रुप, डियाजियो और गोल्डमैन सैक्स प्रमुख हैं। आईआईएम कोझिकोड के छात्रों को अब तक आठ से ज्यादा पीपीओ और 26 पीपीआई मिले हैं। पिछले साल इनकी संख्या क्रमश: 13 और 9 थी(श्रीराधा डी बसु,इकनॉमिक टाइम्स,कोलकाता,4.11.2010)।
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