इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कोलकाता में बैच 2010-12 के स्टूडेंट्स के समर प्लेसमेंट की शुरुआत शानदार रही। डे जीरो को ही यहां छात्रों को 100 से ज्यादा ऑफर मिले। स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट ऑफर देने वालों में प्रमुख कंसल्टिंग फर्म, इनवेस्टमेंट बैंक, प्राइवेट इक्विटी फर्म और हेज फंड शामिल हैं। प्लेसमेंट ऑफर के आंकड़ों में यह तेजी फाइनेंस सेक्टर से मिलने वाले ऑफर्स की वजह से देखने को मिली है। पिछले साल आईआईएम-कोलकाता में फाइनेंस सेक्टर के ऑफरों की संख्या सीमित थी।
इस बार समर प्लेसमेंट में मॉर्गन स्टैनली, यूबीएस, आरबीएस, बार्कलेज कैपिटल, जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन सैक्स, नोमुरा, बीओए मेरिल लिंच और क्रेडिट सुइस ने हिस्सा लेकर छात्रों को प्लेसमेंट ऑफर दिए। ये ऑफर न्यूयार्क, लंदन, सिंगापुर, हांगकांग, दुबई और अफ्रीका समेत दुनिया के बाकी कई हिस्सों के लिए हैं। इसके अलावा, सिटी ग्रुप और स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने भी अपने इंटरनेशनल ऑफिसेज के लिए छात्रों का चयन किया है। फ्रांसीसी इनवेस्टमेंट बैंक बीएनपी पारिबा और ऑस्ट्रेलिया स्थित मैक्वायरी सिक्योरिटीज ने भी छात्रों को प्लेसमेंट ऑफर दिए हैं। छात्रों को नौकरी के ऑफर देने वाली दूसरी वित्तीय कंपनियों में मॉर्गन स्टैनली इंटरनेशनल (लंदन), सिटीग्रुप कैपिटल मार्केट्स ऑर्गनाइजेशन और एचएसबीसी आईबीडी डिवीजन शामिल हैं।
इस साल सबसे बड़ी नियोक्ता कंपनियों में यूबीएस और आरबीएस शामिल रहीं। इन दोनों वित्तीय संस्थाओं ने 10-10 ऑफर दिए। बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर में जिस बड़े पैमाने पर नियुक्तियां हुईं, उससे इस बात के मजबूत संकेत मिल रहे हैं कि वित्तीय संकट के पहले के दिन लौट आए हैं। आईआईएम-कोलकाता एक छात्र को जेपी मॉर्गन में सीआईओ (चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर) की नौकरी का ऑफर मिला है, जो दूसरे बिजनेस स्कूलों की तुलना में इकलौता उदाहरण है। कंसल्टिंग फर्म मैकेंजी एंड कंपनी, बेन एंड कंपनी, एटी कर्णी और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने भी समर प्लेसमेंट के दौरान काफी सक्रियता दिखाई। इन्होंने 20 से ज्यादा छात्रों का प्लेसमेंट ऑफर दिए।
आमतौर पर हेज फंड भारत के बिजनेस स्कूलों के कैंपस प्लेसमेंट से छात्रों को हायर नहीं करते हैं, इस बार कैंपस में उनकी भी मौजूदगी रही। 6 अरब डॉलर के फंड को मैनेज करने वाले एक इंटरनेशनल हेज फंड ने आईआईएम-कोलकाता के प्लेसमेंट में शिरकत की। इसके अलावा, क्लीयरवाटर कैपिटल, मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी और वॉल्टडेन इंटरनेशनल जैसी प्राइवेट इक्विटी फर्मों ने पहले दिन के प्लेसमेंट में हिस्सा लिया। जानकारों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल बिजनेस स्कूलों में प्लेसमेंट ऑफर में तेजी देखने को मिलेगी, क्योंकि पिछले साल की तुलना में अभी वैश्विक अर्थव्यवस्था में कहीं ज्यादा स्थिर देखने को मिल रही है(इकनॉमिक टाइम्स,कोलकाता,11.11.2010)।
बहुत बढिया जानकारी।
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