आईआईटी रुड़की के दीक्षांत समारोह में 1357 छात्रों को उपाधि प्रदान की गई। समारोह में एचसीएल के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय चौधरी को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से तथा चार नामचीन हस्तियों को विशिष्ट एलुमुनस अवार्ड से नवाजा गया।
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि हिन्दुस्तान कम्प्यूटर्स इंफो सिस्टम लिमिटेड के अध्यक्ष अजय चौधरी ने कहा कि हमारे इंजीनियरिंग एवं औद्योगिक कौशल ने भारत को विश्व के प्रमुख देशों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है। भारतीय मूल के इंजीनियर, डॉक्टर, साफ्टवेयर इंजीनियर्स, प्रशासक, शोधकर्ता, वैज्ञानिक एवं प्रोफेसरों ने विदेशों में भी अपना ब्रांड स्थापित किया है। आईआईटी के बोर्ड आफ गवर्नर अशोक भटनागर ने कहा कि विश्व के प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण में सफल होने के लिए इंजीनियरों, एवं वैज्ञानिकों को प्रौद्योगिकी परिवर्तनों के साथ खुद को अपडेट रखना होगा। आईआईटी निदेशक डॉ. एससी सक्सेना ने बताया कि संस्थान के सूक्ष्म प्रौद्योगिकी केंद्र में एक उच्च कलात्मक स्तर की विश्वस्तरीय शोध प्रयोगशाला विकसित की गई है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के फीस्ट कार्यक्रम के तहत 4.6 करोड़ की लागत से एक थर्मो मेकेनिकल सिमुलेटर धातुकर्म एवं पदार्थ इंजीनियरिंग विभाग में स्थापित किया गया है।
इस मौके पर 1357 छात्रों को विभिन्न विधाओं में डिग्रियां प्रदान की गई। इसमें पीएचडी, एमटेक, आर्कीटेक्चर एवं अर्बन रूरल प्लानिंग, मास्टर आफ साइंस, मास्टर आफ टेक्नोलाजी साइंस, कंप्यूटर साइंस समेत सभी ब्रांचों के छात्र शामिल रहे। आईआईटी ने अपने-अपने क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए चार को विशिष्ट एलुमुनस अवार्ड वर्ष 2010 से नवाजा गया। इसमें शैक्षणिक व तकनीकी क्षेत्र में एवं माइक्रोसोफ्ट सर्च लेब के अध्यक्ष डॉ. राकेश अग्रवाल, विकास, प्रशासन एवं उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले आर स्क्वायर गु्रप के अध्यक्ष रमेश मेहरा एवं इसी क्षेत्र में योगदान देने वाले एमएलएल के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश कुमार मित्तल एवं समाज विज्ञान, इंजीनियरिंग, सेवाएं तथा लोक प्रशासन के क्षेत्र में पवन हंस हेलीकाप्टर लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रविंद्र कुमार त्यागी शामिल रहे। इसके अलावा भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलूरू के प्रोफेसर बी सुंदरराजन को शोध पुरस्कार खोसला नेशनल अवार्ड के से नवाजा गया। उन्हें 51 हजार रुपये, स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राधाकांत पांधी को वीएनएमएम अवार्ड दिया गया। इसमें उन्हें 50 हजार रुपये नगद एवं प्रशस्ति पत्र दिए। वर्ष 2010 का गोपाल रंजन अवार्ड जवाहर लाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हैदराबाद के प्रोफेसर मधिरा राधा माधव को दिया गया। निदेशक द्वारा प्रो. राधा को 55 हजार रुपये नगद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया(दैनिक जागरण संवाददाता,रुड़की,13.11.2010)।
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