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13 नवंबर 2010

फारसी के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विवि को अफगानिस्तान देगा मदद

एएमयू में फारसी विभाग की ओर से 'ईरानी भाषा और साहित्य में भारत एवं भारतीय उप महाद्वीप का योगदान' विषय पर तीन दिवसीय सेमिनार आज शुरू हुआ। अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन अफगानिस्तान के संयुक्त राजदूत समीम हमराज ने किया। अफगानी राजदूत ने भारत में 800 वर्षो की फारसी भाषा की सेवाओं को सराहते हुए यहां के फारसी विद्वान प्रो. नजीर अहमद, प्रो. अमीर हसन आब्दी, प्रो. अब्दुल वदूद अजहर एवं प्रो. आजरमी दुख्त सफवी आदि की विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान का भारत स्थित दूतावास यहां फारसी के विकास के लिए प्रयत्‍‌नशील रहेगा। ईरान कल्चर हाउस के निदेशक डा. अली दहगाई और अफगानिस्तान के सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक सलाहकार प्रो. अब्दुल खालिक अशहर ने भारत और अफगानिस्तान के प्राचीन संबंधों पर प्रकाश डाला। प्रो. अब्दुल वदूद अजहर, प्रो. आजरमी दुख्त सफवी, प्रो. मो. आसिफ नईम सिद्दीकी ने विचार रखे। संचालन डा. मो. उस्मान गनी ने किया(दैनिक जागरण संवाददाता,अलीगढ़,13.11.2010)।

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