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05 नवंबर 2010

डीयू के 20 कॉलेजों में कटी टीचर्स की सैलरी

टीचर्स के भारी विरोध के बावजूद डीयू के करीब 20 कॉलेजों ने टीचर्स की सैलरी काटी है। डीयू के आदेश के मुताबिक कॉलेजों ने पांच दिन की हड़ताल का पैसा टीचर्स को नहीं दिया है। पूर्व वाइस चांसलर द्वारा लागू किए गए नो वर्क नो पे का असर अब देखने को मिल रहा है। हालांकि टीचर्स कॉलेजों में हंगामा कर रहे हैं लेकिन प्रिंसिपलों ने भी साफ संकेत दे दिया है कि वे किसी दबाव में नहीं आएंगे। गुरुवार को लगभग 25 कॉलेजों के प्रिंसिपलों ने मीटिंग की, यह मीटिंग डीयू प्रिंसिपल असोसिएशन ने बुलाई थी।

असोसिएशन ने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि कॉलेज प्रिंसिपलों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और टीचर्स उनके साथ बदसलूकी कर रहे हैं। प्रिंसिपलों ने वाइस चांसलर प्रो. दिनेश सिंह के साथ भी मीटिंग की और उनको सारे घटनाक्रम के बारे में बताया। प्रिंसिपलों ने वीसी से उचित कार्रवाई की मांग भी की।

प्रिंसिपल असोसिएशन के प्रेजिडेंट डॉ. एस. के. गर्ग ने बताया कि महाराजा अग्रसेन कॉलेज समेत कई कॉलेजों में प्रिंसिपलों के साथ बदसलूकी की गई है और यह गंभीर चिंता की बात है। प्रिंसिपलों की मीटिंग के बारे में उन्होंने बताया कि यह तय किया गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो कॉलेज में तुरंत पुलिस की सहायता ली जाए। उन्होंने बताया कि वीसी को भी इस बारे में जानकारी दी गई। डॉ. गर्ग के मुताबिक वीसी ने आश्वासन दिया है कि प्रिंसिपलों की गरिमा का पूरा ध्यान रखा जाएगा और यूनिवर्सिटी पूरी कोशिश कर रही है कि इस विवाद को सुलझाया जाए।

उधर, जानकारी के मुताबिक दयाल सिंह मॉर्निंग- ईवनिंग, खालसा, देशबंधु, आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, भीम राव आंबेडकर कॉलेज, गार्गी कॉलेज समेत 20 कॉलेजों ने टीचर्स की सैलरी काटी है। प्रिंसिपलों का साफ कहना है कि रजिस्ट्रार की ओर से जो आदेश जारी हुआ है, उसका पालन किया जा रहा है। अगर यूनिवर्सिटी सैलरी रिलीज करने का आदेश देती है तो प्रिंसिपल काटी हुई सैलरी को वापस कर देंगे। खास बात यह है कि नए वाइस चांसलर के पदभार संभालने के बाद प्रिंसिपलों ने भी अब सख्त रुख अपना लिया है। उधर, सैलरी कटने के बाद टीचर्स कॉलेजों में हंगामा कर रहे हैं और प्रिंसिपलों का घेराव कर रहे हैं(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,5.11.2010)।

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