राजस्थान यूनिवर्सिटी के 25 हजार छात्रों का परिणाम नहीं आने से वे अगली कक्षाओं के परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित हो रहे हैं।
विलंब शुल्क के बगैर फॉर्म भरने की अंतिम तिथि निकल चुकी है, लेकिन परिणाम न आने से छात्र असमंजस में हैं कि किस क्लास की परीक्षा दी जाए। फेल या पास का पता लगने के बाद ही परीक्षा फॉर्म दो गुना फीस के साथ भरना नसीब होगा। परीक्षा नियंत्रक विभाग के अनुसार रिवैल्यूएशन, रिटोटलिंग, रिजल्ट विद लेट (आरएल) सहित कई आवेदनों के परिणाम अटके हुए हैं। ऐसे छात्रों की संख्या 25 हजार से अधिक है। इनमें यूनिवर्सिटी के सभी पाठ्यक्रमों, संघटक कॉलेजों और प्राइवेट के स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र शामिल हैं।
आत्महत्या की धमकी से खलबली: राजस्थान यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को एक छात्र ने फोन करके परिणाम घोषित करने का आग्रह किया तथा न करने पर आत्महत्या की धमकी दी। इसके बाद जब संबंधित छात्र को ट्रेस किया गया तो उसने इस तरह का फोन करने से इनकार कर दिया।
छात्रों का आरोप,कॉपियां लापता: छात्रों का आरोप है कि उनकी कॉपियां गुम हो गई हैं। इससे उनका परिणाम चार माह से लटका है।
परीक्षा नियंत्रक पीएल रैगर से बातचीत
परीक्षा की अंतिम तिथि तो निकल गई अब तक पिछले सत्र के परिणाम अटके हुए हैं?
यूनिवर्सिटी ऑर्डिनेंस के अनुसार 31 दिसंबर तक रिवैल्यूएशन, रिटोटलिंग आदि के रिजल्ट जारी हो सकते हैं। ऐसे में हम तो समय से पहले काम कर रहे हैं।
क्यों अटके हैं रिजल्ट?
दरअसल 40 हजार से अधिक छात्रों ने रिटोटलिंग, रिवैल्यूएशन, आरएल का परीक्षा परिणाम जानने के लिए आवेदन किया। अब स्थिति यह है कि 50 लाख कॉपियों में से उन छात्रों की कॉपियां खोजना, नई कोडिंग कराना और फिर जांच के लिए भेजना। इन सब प्रक्रियाओं में समय तो लगता ही है।
कब तक जारी हो जाएंगे बचे हुए रिजल्ट, छात्रों का क्या होगा?
नवंबर के अंत तक सभी परिणाम घोषित कर देंगे। छात्रों को आवेदन के लिए समय मिल जाएगा।(हर्ष खटाना,दैनिक भास्कर,जयपुर,14.11.2010)
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