आर्थिक तंगी के चलते उच्च शिक्षा से वंचित रह जाने वाले मुस्लिम विद्यार्थियों के लिए जल्द ही जालंधर और लुधियाना में इस्लामिया कालेज खोले जाएंगे। वक्फ बोर्ड की मंजूरी के बाद दोनों जिलों की वक्फ बोर्ड कमेटियां कालेज के लिए जमीन खोज रही हैं। कालेज निर्माण पर होने वाला खर्च बोर्ड उठाएगा। संभावना है कि 2011 तक कालेज बन जाएंगे।
वक्फ बोर्ड के सदस्य उस्मान कुरैशी ने बताया कि पहले इन जिलों में कक्षा पांच तक इस्लामिया माडल स्कूल खोला जाएगा। इसके बाद स्कूल को इंटरमीडिएट तक और बाद में डिग्री कालेज तक विस्तार किया जाएगा। गरीब मुस्लिम बच्चों को दाखिले में तरजीह दी जाएगी।
अन्य धर्मो के बच्चों को भी दाखिला मिलेगा। इस्लामिया कालेज में उर्दू, हिन्दी, अंग्रेजी, पंजाबी, दीनायात, विज्ञान, भूगोल, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र समेत अधिकांश विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। अभी तक पंजाब के तीन जिलों में इस्लामिया कालेज चल रहे हैं। इसमें मालेरकोटला, सरहिंद और कपूरथला शामिल हैं। चेयरमैन इजहार आलम 19 नवंबर को कपूरथला स्थित कालेज का निरीक्षण करने आ रहे हैं(अखंड प्रताप सिंह,दैनिक भास्कर,जालंधर,14.11.2010)।
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