सीबीएसई ने 9वीं और 10वीं कक्षा में लागू सीसीई के तहत समेटिव मूल्यांकन के प्रारूप में परिवर्तन कर दिया है। नए प्रारूप में अंकों को घटाया गया है और परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्नों को भी शामिल किया गया है। प्रश्नपत्रों में बदलाव 2011 में होने वाली परीक्षा के लिए लागू कर दिया गया है। बोर्ड का मानना है कि ये बदलाव छात्रों के बेहतर मूल्यांकन करने के लिए किए गए है।
सीबीएसई ने सेमेटिव-टू की परीक्षाओं के लिए अंग्रेजी रीडिंग सेक्शन में पांच-पांच अंकों के बहुविकल्पीय प्रश्नों में बदलाव कर इनकी संख्या दो कर दी है, जबकि शेष दो में छात्रों की क्षमताओं का आकलन किया जाएगा। बोर्ड की ओर से स्कूलों को भेजी जानकारी के अनुसार चार प्रश्न एक कविता पर केंद्रित होगा। राइटिंग सेक्शन में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। व्याकरण में छात्रों का सही मूल्यांकन करने के लिए भी व्यापक परिवर्तन किए गए है। व्याकरण में अब तक चार-चार अंकों के पांच बहुविकल्पीय सवाल पूछे जाते रहे है, जबकि अब दो ही पूछे जाएंगे। इसमें भी खाली जगह भरने, वाक्य पूरा करने और संवाद पूरा करने से संबंधित सवाल होंगे। इसके बाद इस हिस्से में शामिल तीन अन्य सवालों के जरिये छात्रों की क्षमताओं का आकलन होगा। इनमें छात्रों को बॉक्स को सही ढंग से जोड़ना, संपादन करना व वाक्य को बदलने जैसे सवालों को हल करना होगा। बोर्ड का उद्देश्य मुख्यरूप से सही और बेहतर मूल्यांकन करना है। बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि इसी प्रारुप के आधार पर मार्च 2011 में होने वाली परीक्षाओंके प्रश्नपत्र तैयार किए जाएंगे। बोर्ड का कहना है कि स्कूलों को समय रहते इस संबंध में जानकारी दे दी गई है, लिहाजा वे इसी आधार पर छात्रों की तैयारी को अंजाम दें(दैनिक जागरण,दिल्ली,7.11.2010)।
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