गवर्नमेंट कालेज गेस्ट लेक्चर्स की तनख्वाह नहीं घटाई जाएगी। इन टीचर्स की तनख्वाह घटाने को लेकर उठे मामले का पूरा स्वरूप ही बदल गया है।
उच्चतर शिक्षा विभाग ने माना कि तनख्वाह घटाने को लेकर कालेजों को भेजा गया पत्र एक विभागीय गलती थी। शिक्षा विभाग के इस निर्णय को लेकर अम्बाला सहित विभिन्न जिलों के गेस्ट लेक्चर्स उच्चतर शिक्षा विभाग अधिकारियों से मिलने पहुंचे। अधिकारियों द्वारा यह स्पष्ट करने पर कि वेतन में कटौती नहीं होगी, तब लेक्चर्स ने राहत की सांस ली।
गेस्ट लेक्चर्स एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष डा. कुलदीप के नेतृत्व में प्रदेश भर से गेस्ट लेक्चर्स उच्चतर शिक्षा विभाग कमिoAर धीरा खंडेलवाल से मिले। टीचर्स ने उनसे तनख्वाह घटाने के निर्देशों सहित कई मांगों को लेकर बात की।
कमिश्नर ने बताया कि वेतन कटौती को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है। कुछ कालेजों को जो पत्र प्राप्त हुआ है, वह किसी भूलवश जारी हुआ है। संबंधित ब्रांच के कर्मचारियों ने गलती से पुराना पत्र जारी कर दिया है। उक्त सूचना मिलने पर गेस्ट लेक्चर्स ने राहत की सांस ली है।
गत सप्ताह कई गवर्नमेंट कालेजों में उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से पत्र आया कि एमफिल योग्यतता वाले गेस्ट लेक्चर्स का वेतन 15 हजार की जगह 10 हजार बनता है। कुछ कालेजों में प्रिंसिपल ने तुरंत लेक्चर्स को यह निर्देश पढ़कर भी सुना दिए। यह सुनते ही टीचर्स हैरान रह गए कि वेतन बढ़ने की बजाए घटाया जा रहा है।
छुट्टियों का वेतन भी दिया जाए टीचर्स को..
एसोसिएशन का कहना है कि उच्चतर शिक्षा विभाग के निर्देश जारी होने के बावजूद अधिकांश कालेजों में गेस्ट लेक्चर्स को छुट्टियों की अवधि का वेतन नहीं मिलता। गेस्ट टीचर्स ने सभी कालेजों में छुट्टियो के दौरान वेतन दिए जाने की मांग भी रखी(दैनिक भास्कर,अम्बाला,7.11.2010)।
लाभार्थी शिक्षकों को बधाई।
जवाब देंहटाएं