गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में रिसर्च का बड़ा केंद्र बनेगा। यहां रिसर्च के लिए न केवल बेहतर फंड की व्यवस्था की गई है, बल्कि छात्रों को देश-दुनिया से ऑनलाइन अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने की भी पूरी व्यवस्था है। यह कहना है आईपी के कुलपति प्रो. डीके बंधोपाध्याय का। उन्होंने ये बातें आईपी के रिसर्च के लिए क्षमता से कई गुना आए आवेदन फार्म के बाबत कहीं। दरअसल आईपी में अलग-अलग कोर्स में पीएचडी के लिए कुल सीटों की क्षमता 40 है, लेकिन इसके लिए 2300 सौ से भी अधिक छात्रों ने आवेदन कर इतिहास रच दिया है। बीते साल यह आंकड़ा1000 के आसपास था। आवेदन करने की अंतिम तिथि एक नवंबर थी। आईपी के कुलपति प्रो. डीके बंधोपाध्याय ने बताया कि आईपीयू अब शोध केंद्र के रूप में अपनी पहचान तेजी से बना रहा है। इस बार आईपीयू में रिकॉर्ड आवेदन पड़े हैं। आईपीयू में इंजीनियरिंग, प्रबंधन, मेडिसीन, लॉ, मानविकी, सामाजिक विज्ञान आदि में रिसर्च के लिए आवेदन मांगे गए थे(दैनिक जागरण,दिल्ली,७.११.२०१०)।
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