मध्यप्रदेश में तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए पहली बार कराई गई ऑन लाइन काउंसलिंग की गुरूवार को विस्तृत समीक्षा की जाएगी। संचालक तकनीकी शिक्षा पूरी काउंसलिंग कमेटी के साथ बैठकर इसके सभी पहलुओं पर चर्चा बातचीत करेंगे। साथ ही अगले साल के लिए जरूरी सुधार सुधारों पर भी चर्चा की जाएगी। शाम चार बजे से होने वाली इस बैठक में अव्वल तो इससे जुड़े रहे सभी अधिकारी व कर्मचारियों से उनके अनुभव पूछे जाएंगे। इसके साथ ही काउंसलिंग के दौरान आई समस्याओं को भी रिकार्ड में लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने एमबीए, एमसीए, बीफार्मेसी के अलावा इस बार इंजीनियरिंग की 84 हजार सीटों के लिए भी ऑन लाइन काउंसलिंग कराई है। देश में पहली बार इतनी बड़े स्तर पर ऑन लाइन काउंसलिंग आयोजित की गई है। इसे देखते हुए अन्य राज्यों की टीमें यहां की गई व्यवस्थाओं का मुआयना करने आ चुकी हैं। बावजूद इसके काउंसलिंग के दौरान कुछ कमियां भी सामने आई, जिनके चलते अधिकारियों को कठिनाई का भी सामना करना पड़ा। वहीं करीब चार माह तक काउंसलिंग चलने से इस पर उंगली उठी हैं। समीक्षा बैठक में इन बिंदुओं पर भी विचार होने की संभावना जताई जा रही है।
प्रवेश का आंकड़ा भी बढ़ा :
अच्छी बात यह है कि इस साल प्रवेश के आंकड़े में भी वृद्धि हुई है। पिछले साल 75 हजार सीटों में से करीब 43 हजार सीटें भर सकी थीं। जबकि इस साल 40 हजार सीटें ऑनलाइन काउंसलिंग के पहले राउंड में ही भर गई थीं। अंतिम दिन तक करीब 62 हजार प्रवेश हुए हैं। प्रदेश में इस साल करीब 83 हजार सीटें उपलब्ध थीं। इनमें से फीबेवर स्कीम में बढ़ी दस फीसदी सीटें भी शामिल हैं। अन्य राज्यों को देखते हुए यह स्थिति प्रदेश के लिए संतोषप्रद मानी जा रही है(दैनिक जागरण,भोपाल,11.11.2010)।
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