भविष्य में इलाहाबाद, वाराणसी व लखनऊ के कॉलेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन (सीटीई) के साथ ही इन्स्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन एजुकेशन (आइएएसई), इलाहाबाद में भी बीएड की पढ़ाई हो सकेगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन इन चारों संस्थानों में से प्रत्येक में सौ सीटों पर बीएड कोर्स संचालित करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) को प्रस्ताव भेजा है। एससीईआरटी की योजना न सिर्फ इन संस्थानों में बीएड कोर्स संचालित करने की है बल्कि सूबे में टीचर्स ट्रेनर्स की कमी को दूर करने के लिए उसका इरादा भविष्य में इन संस्थानों में एमएड कोर्स भी शुरू करने का है। एमएड पाठ्यक्रम की शुरुआत पहले आइएएसई से होगी और बाद में इसे तीनों सीटीई में भी शुरू करने की योजना है। यह जानकारी एससीईआरटी के निदेशक अशोक गांगुली ने दी। प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में न सिर्फ शिक्षकों की कमी है बल्कि शिक्षकों की नर्सरी कहे जाने वाले सूबे के 70 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में टीचर्स ट्रेनर्स का भी अभाव है। प्रत्येक डायट में प्राचार्य व उप प्राचार्य के एक-एक, वरिष्ठ प्रवक्ता के छह और प्रवक्ता के 17 पद स्वीकृत किये गए हैं। डायट में प्रवक्ताओं और वरिष्ठ प्रवक्ताओं के चयन के लिए प्रदेश में अब तक नियमावली नहीं बनी थी। इस वजह से डायट में इन पदों पर नियुक्ति अरसे से नहीं हो पा रही थी। डायट प्रवक्ताओं और वरिष्ठ प्रवक्ताओं के चयन के लिए हाल ही में शासन की ओर से नियमावली जारी की गई है। प्रदेश में डायट प्रवक्ता के सीधी भर्ती के 1190 पद हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए एससीईआरटी ने लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेज दिया है। सूबे के डायट में वरिष्ठ प्रवक्ता के कुल 420 पद हैं जिनमें से 210 सीधी भर्ती के हैं और इतने ही प्रोन्नति से भरे जाने वाले। एससीईआरटी की ओर से 210 पदों पर वरिष्ठ प्रवक्ताओं की सीधी भर्ती का अधियाचन भी लोक सेवा आयोग को भेजा गया है(राजीव दीक्षित,दैनिक जागरण,लखनऊ,11.11.2010)।
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