सिंचाई विभाग में कनिष्ठ अभियंता से सहायक अभियंता के पदों पर पदोन्नति के लिए हुई डीपीसी सवालों के घेरे में आ गई है। पदोन्नति से छूटे कई वरिष्ठ डिप्लोमा इंजीनियरों का कहना है कि 'चहेतों' को लाभ दिलाने के लिए नियमों को ताक पर रख दिया गया। उन्होंने डीपीसी पर पुनर्विचार किए जाने की मांग की। इस संबंध में विभागाध्यक्ष एवं मुख्य अभियंता को पत्र भी भेजा गया है।
डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ सिंचाई विभाग के सदस्य आरके चक्रपाणी, अजय भट्ट व मनीष सेमवाल की ओर से विभागाध्यक्ष को भेजे गए पत्र में डीपीसी चयन के आधार पर कड़ी आपत्ति जताई गई है। पत्र में मांग की गई है कि चयन समिति को पुनर्विचार के लिए लिखा जाए। ऐसा न होने पर मामले को अदालत की शरण ले जाने को बाध्य होना पड़ेगा(दैनिक जागरण,देहरादून,18.11.2010)।
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