चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (सीसीएस) के बैक एग्जाम के कारण कॉलेजों में पिछड़े पीजी कोर्स को पटरी पर लाने के लिए कॉलेज प्रशासन अब एग्जाम बाद ऐक्सट्रा क्लासेज चलाने की प्लानिंग कर रहा है। गौरतलब है कि नए सेशन के शुरू होने के बाद से ही कॉलेजों में क्लासें डिस्टर्ब रही। पहले तो दो महीने से ज्यादा समय तक एडमिशन प्रोसेस चला। इसके बाद छात्रों और कॉलेज प्रशासन के दबाव में यूनिवर्सिटी ने कई बार एडमिशन के लिए सीटें बढ़ाई। इस दौरान कई बार एडमिशन प्रोसेस को शुरू करना पड़ा, जिस कारण क्लासें नहीं हो पाईं। इसके बाद 28 अक्टूबर से बैक पेपर शुरू हो गए, जो 11 नवंबर तक चलेंगे। इन सब कारणों से अभी भी कॉलेजों में क्लासें डिस्टर्ब चल रही हैं। क्लास न होने की वजह से स्टूडेंट्स का कोर्स पिछड़ता जा रहा है। ऐसे में अब कॉलेज प्रशासन एग्जाम के बाद ऐक्सट्रा क्लासेज लेने की तैयारी कर रहा है।
एमएमएच कॉलेज के एग्जाम कोआर्डिनेटर डॉ. ए. के. जैन ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने इस साल से पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम शुरू किया है। इसमें हर 6 महीने में सेमेस्टर एग्जाम होने हैं। एग्जाम प्रोसेस एक दो दिन में खत्म नहीं हो सकता। बैक पेपर के कारण काफी कोर्स पिछड़ गया है। कोर्स को पटरी पर लाने के लिए जरूरत पड़ने पर ऐक्सट्रा क्लासेज कराई जा सकती है। ए. के. जैन ने बताया कि सीसीएस यूनिवर्सिटी की लापरवाही के कारण एमएमएच कॉलेज में स्टूडेंट्स एमकॉम सेकंड ईयर का कोड 303 का पेपर नहीं दे पाए थे। यूनिवर्सिटी की तरफ से जो शेड्यूल बनाया गया है उसके मुताबिक यह एग्ज़ाम 1 नवंबर को होना था, लेकिन यूनिवर्सिटी से पेपर न आने की वजह से ये नहीं हो सका। इस संबंध में कॉलेज प्रशासन की ओर से यूनिवर्सिटी को लेटर भी लिखा गया था पर समय पर कार्रवाई नहीं हो पाई(नवभारत टाइम्स,गाजियाबाद,4.11.2010)।
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