दिवाली के मौके पर रोडवेज कर्मचारियों को सैलरी के लाले पड़ गए हैं। रोडवेज के एमडी ने एक आदेश जारी कर कर्मचारियों की पूरी सैलरी रिलीज करने पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा है कि सैलरी से सिर्फ 4 हजार रुपये हर कर्मचारी को दिया जाए। कर्मचारी दिवाली से पहले पूरी सैलरी की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी पूरी सैलरी रिलीज नहीं की गई तो वह बसों का चक्का जाम भी कर सकते हैं। इस चेतावनी से अधिकारियों के होश उड़ गए हैं।
रोडवेज कर्मचारियों को उम्मीद थी कि दिवाली से पहले उन्हें हर साल की तरह इस बार भी सैलरी रिलीज हो जाएगी। मंगलवार को इस संबंध में कुछ कर्मचारियों ने आरएम अशोक कुमार के सामने यह मांग भी रखी थी। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि उन्हें बुधवार को अक्टूबर की सैलरी दे दी जाएगी। सुबह जब कर्मचारी सैलरी की आस लिए रोडवेज ऑफिस पहुंचे तो उन्हें रोडवेज के अधिकारियों ने एमडी का ऑनलाइन आदेश पढ़कर सुनाया। इस आदेश में एमडी सत्यजीत ठाकुर के हवाले से कहा गया था कि दिवाली से पहले किसी भी कर्मचारी को पूरा वेतन रिलीज नहीं किया जाएगा। हर कर्मचारी को सिर्फ 4 हजार देने के आदेश एमडी ने अधिकारियों को दिए।
कर्मचारी यूनियन के नेता ओमवीर चौधरी का कहना है कि किसी भी सूरत में रोडवेज कर्मचारियों को दिवाली से पहले पूरा वेतन एक साथ देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो कर्मचारी गुरुवार से बसों का चक्का जाम भी कर सकते हैं। उनका कहना है कि नोएडा और मेरठ रीजन में कर्मचारियों को वेतन रिलीज कर दिया गया है। ऐसे में गाजियाबाद रीजन में भी वेतन दिया जाए। इस मामले में आरएम अशोक कुमार से कोशिश के बाद भी बात नहीं हो पाई(नवभारत टाइम्स,गाजियाबाद,4.11.2010)।
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