दिल्ली विश्वविद्यालय में नौकरी की प्यास बुझाने के लिए फिर से तीन कंपनियां दस्तक दे रही हैं। सोमवार को ये कंपनियां प्लेसमेंट सेल के आयोजन में हिस्सा लेंगी। कंपनियों की इन जरूरतों को पूरा करने के लिए करीब सात हजार छात्र लाइन में खड़े हैं।
विश्वविद्यालय में सेंट्रल प्लेसमेंट सेल ने पन्द्रह दिन बाद कंपनियों के आगमन को देखते हुए दोबारा से प्लेसमेंट का कार्यक्रम रखा है। इसमें शेविएट, टीसीएस और गांधी फैलोशिप जैसे संस्थान अपने यहां काम के लिए योग्य छात्रों की तलाश करेंगे। सेल के प्रभारी गुलशन साहनी ने बताया कि शेविएट को अपने यहां एकाउंट और फाइनेंस से जुड़े कामों के लिए बीकॉम आनर्स और एमकॉम के बच्चे चाहिए। दूसरी ओर टीसीएस सोमवार को कंफरेंस सेंटर में छात्रों के समक्ष अपना प्रजनटेशन देगा।
इस कंपनी को अपने यहां सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से जुड़े कामों के लिए बीएससी के छात्र चाहिए। उसे करीब दो हजार छात्रों की जरूरत है। कंपनी योग्य छात्रों के चयन के लिए ऑनलाइन टेस्ट लेगा। यह काम अगले सप्ताह में किया जाएगा। गांधी फैलोशिप पिछले बार की तरह फिर से प्लेसमेंट शामिल हो रहा है। उसे भी स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के छात्र चाहिए जो एनजीओ में काम कर सके। टीसीएस को छोड़कर अन्य दो कंपनियां साक्षात्कार और बायोडाटा के आधार पर छात्रों का चयन करेगी।
साहनी ने बताया कि इस प्लेसमेंट के लिए अबतक ७ हजार छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। कुछ और छात्र इसके लिए लाइन में हैं। कॉलेज के छात्रों के लिए प्लेसमेंट का एक और मौका १८ नवम्बर को भी है। इस दिन जेनपैक्ट जैसी कंपनियां आएंगी। इस प्लेसमेंट में विश्वविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के छात्रों को ही शामिल होने के लिए बुलाया जा रहा है(नई दुनिया,दिल्ली,8.11.2010)।
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