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16 नवंबर 2010

उत्तराखंडःदुर्गम क्षेत्रों में प्रतिस्थानी मिलने पर ही होगा शिक्षकों का तबादला

शिक्षकों के तबादलों को लेकर सरकार और महकमे किस कदर दबाव में हैं, इसकी बानगी के तौर पर दुर्गम से सुगम क्षेत्रों के लिए मध्य सत्र के बाद 429 माध्यमिक शिक्षकों की तबादला सूची सोमवार को जारी कर दी गई। इसमें यह शर्त भी है कि बगैर प्रतिस्थानी के दुर्गम क्षेत्रों से शिक्षक कार्यमुक्त नहीं होंगे। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दुर्गम से सुगम, सुविधाजनक और मैदानी क्षेत्रों के लिए माध्यमिक शिक्षकों की तबादला सूची जारी कर दी गई। इसमें अंतरमंडलीय शिक्षकों को भी राहत मिली है। तबादलों के लिए तकरीबन छह सौ शिक्षकों ने आवेदन किया था। मध्य सत्र के बाद जारी इस सूची में सिर्फ रिक्त पदों पर ही शिक्षकों के तबादले हुए हैं। सूची में शामिल अधिकतर शिक्षकों को सुगम, दुर्गम क्षेत्रों और मैदानी क्षेत्रों में तैनाती दी गई है। एलटी और प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को कुछ शर्तो के साथ तबादलों का तोहफा दिया गया है। शर्तो की जद में शिक्षक आए तो सूची में नाम होने की खुशी काफूर भी हो सकती है। शिक्षा सचिव मनीषा पंवार के आदेश से सूची जारी की गई। इसमें कार्यभार ग्रहण करने की तय समय सीमा नहीं दी गई है। साथ ही यह स्पष्ट किया गया कि दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों से शिक्षकों को बगैर प्रतिस्थानी के कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा। इसमें संशोधन भी नहीं होगा। वर्तमान तैनाती स्थल पर न्यूनतम तीन साल पूरे करने वाले शिक्षक ही तबादले का लाभ ले सकेंगे। इससे कम अवधि के शिक्षकों को स्थानांतरण लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही यात्रा भत्ता भी देय नहीं होगा। निर्वाचक नामावलियों के कार्यो से जुड़े माध्यमिक शिक्षकों को फिलहाल कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा। ऐसे शिक्षक पांच जनवरी के बाद कार्यमुक्त हो सकेंगे(दैनिक जागरण,देहरादून,16.11.2010)।

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