टीचर सिटी संस्था की ओर से एनसीईआरटी परिसर में पहली बार अध्यापकों को मंच मिला है। उसके माध्यम से वे शोध कर शिक्षा की दशा व दिशा तय करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद ने अध्यापक कांफ्रेंस का उद्घाटन किया। सीआई, डीआईआरटी, इग्नू और एनसीईआरटी के प्राध्यापक मौजूद रहे।
अब्दुल कलाम ने कहा कि वे एक अध्यापक हैं और अध्यापक को अपना कर्तव्य याद रखना चाहिए। उन्होंने अपने गुरुओं को भी धन्यवाद दिया, जिनकी बदौलत वह इस मुकाम पर हैं। टीचर सिटी के चेयरमैन ओम पाठक ने कहा कि इस मिशन में उन्हें अध्यापकों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने काफ्रेंस में चुने गए सभी 46 अध्यापकों को प्रमाण पत्र दिया।
सहभागी 110 लोगों को भाग लेने का प्रमाण पत्र दिया गया। टीचर सिटी मंच ने प्रतिभागियों का एक जर्नल निकालने की बात कही।
एनसीईआरटी के निदेशक डॉ. जी. रवींद्र ने बताया कि पिछले तीन महीने से इन अध्यापकों को लक्ष्य दिया गया था, जिसमें अध्यापकों को अपनी-अपनी कक्षाओं में शोध करना था। देश भर से 150 खोज पत्र आए। उनमें से सिर्फ 46 पेपर चुने गए। इनका चुनाव तथ्यपूर्ण प्रक्रिया के तहत किया गया।
अध्यापकों को दस विषय दिए गए थे। कक्षा में अध्यापक की प्रैक्टिस, अध्यापक और उसके विचारों में संबंध, शिक्षा के तथ्य, इनफॉरमेशन टेक्नोलोजी हो या नहीं, विषय विशिष्ट मामलों के अविष्कार, कैसे अध्यापक बनें या अध्यापक कौन हो आदि प्रमुख थे। इन पेपरों को एक ग्रुप डिस्कशन की तर्ज पर पेश किया गया(दैनिक जागरण संवाददाता,दिल्ली,14.11.2010)।
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