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14 नवंबर 2010

यूपीःमेडिकल छात्र एक साथ कर सकेंगे एमडी-पीएचडी

मेडिकल छात्र अब एमडी व पीएचडी पाठ्यक्रमों का पंजीकरण एक साथ करा सकेंगे। अब तक ऐसी कोई व्यवस्था न होने के कारण एमडी व पीएचडी करने में कम से कम छह वर्ष का समय लगता था, लेकिन अब दोनों पाठ्यक्रमों को चार वर्ष के भीतर पूरा किया जा सकेगा। शुरुआती दौर में यह व्यवस्था छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय (सीएसएमयू) लखनऊ समेत वेलूर व मुंबई मेडिकल कॉलेज में लागू होगी। शनिवार को चिकित्सा विवि के रिसर्च शोकेस (शोध प्रस्तुतीकरण) के दौरान मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के गवर्निग काउंसिल के अध्यक्ष डॉ.एसके सरीन ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में जल्द ही बैठक होने वाली है, जिसके बाद फैसले पर मुहर लग जाएगी। उन्होंने साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने और मरीजों के हित के लिए नए मेडिकल कॉलेज खोलने की बात कही। डॉ. सरीन के मुताबिक यूपी में 72 जिले हैं और हर में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज होना चाहिए। इसको देखते हुए इस बार मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 30 नवंबर कर दी गई है। बीते वर्ष तक यह तिथि 31 अगस्त हुआ करती थी। राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा से जुड़े शोधों को बढ़ावा देने की बात भी गवर्निग काउंसिल के अध्यक्ष ने कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और एमसीआई को मिलकर काम करना होगा। चिकित्सा विवि के कुलानुशासक प्रो.अब्बास अली मेहंदी ने बताया कि यूं भी मुलारी और बोर समिति साठ के दशक से ही नए मेडिकल कॉलेज खोलने पर जोर दे रही है। इसके मुताबिक 50 लाख की आबादी पर एक मेडिकल कॉलेज होना चाहिए(दैनिक जागरण,लखनऊ,14.11.2010)।

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