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30 नवंबर 2010

जयनारायण व्यास विश्वविद्यालयःपरीक्षाओं का काम अस्थाई कर्मचारियों के भरोसे

जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की अधिकांश व्यवस्थाएं अस्थाई कर्मचारियों के भरोसे हैं। व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कुलपति प्रो. नवीन माथुर की ओर से दो माह पूर्व दिशा-निर्देश दिए गए थे, लेकिन दो माह बाद भी व्यवस्थाएं यथावत ही हैं। कुलसचिव निर्मला मीणा ने भी शुक्रवार को औचक निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं को सुधारने की हिदायत दी थी।

जेएनवीयू के परीक्षा विभाग में सभी संकायों की परीक्षाएं आयोजित करवाने के लिए करीब 40 कर्मचारियों की व्यवस्थाएं की हुई हैं। इनमें से 26 कर्मचारी अस्थाई हैं तथा ठेके पर लगे हुए हैं। इसके अलावा यहां पुराने फार्म व डॉक्यूमेंट खुले पड़े रहते हैं। दो माह पहले जब नाक की टीम विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग के लिए निरीक्षण करने आई, तो कुलपति प्रो. नवीन माथुर ने परीक्षा विभाग के प्रभारी जीसी माथुर को निर्देश दिए कि खुले में पड़े डॉक्यूमेंट को व्यवस्थित किया जाए ताकि किसी प्रकार के डाक्यूमेंट गुम न हों। इसके बावजूद दो माह में भी व्यवस्थाओं को सुधारा नहीं गया।


शुक्रवार को कुलपति ने कुलसचिव को निर्देश दिए कि सभी विभागों का औचक निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान जब कुलसचिव ने परीक्षा विभाग की दुर्दशा देखी तो उन्होंने भी व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।

कौन लाया ये बोतलें?
परीक्षा विभाग की एक गैलरी में सोमवार को देसी दारू व बीयर की कुछ बोतलें बिखरी हुई पड़ी थी। परीक्षा विभाग में किसी को भी यह मालूम नहीं है कि ये बोतलें यहां कौन लेकर आया व किसने इन बोतलों में भरी दारू का सेवन किया।

डॉक्यूमेंट गुम हुए तो जिम्मेदार कौन होगा
जेएनवीयू के परीक्षा विभाग में आधे से ज्यादा कर्मचारी ठेके पर लगे हुए हैं। इनके कार्यक्षेत्र में यदि कोई दस्तावेज गुम हो जाते हैं तो इसका जिम्मेदार कौन है? ठेके के कर्मचारियों को तो यूनिवर्सिटी नोटिस भी नहीं दे सकती(दैनिक भास्कर,जोधपुर,30.11.2010)।

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