दिल्ली विश्वद्यालय में सेमेस्टर सिस्टम की परीक्षा तिथि में बदलाव को लेकर विचार विमर्श जारी है। लेकिन ज्यादातर कॉलेजों में दिसम्बर में ही परीक्षा कराने के मूड में है। प्राचार्यों का कहना है कि इसे जनवरी में ले जाना उचित नहीं होगा। इसका असर दूसरे सेमेस्टर की तैयारी पर प़ड़ेगा। बहुत सारे कॉलेजों ने दिसम्बर में परीक्षा कराने के लिए अपने अपने पेपर भी सेट कर लिए हैं।
विश्वविद्यालय में सेमेस्टर को लेकर उहापोह में फंसे में छात्रों की प़ढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए परीक्षा की तिथि में बदलाव पर विचार किया जा रहा है। ६ दिसम्बर से होनेवाली परीक्षा को दिसम्बर के तीसरे चौथे सप्ताह या जनवरी में कराने का प्रस्ताव पेश किया जा रहा है। उधर हंसराज कॉलेज के प्राचार्य वीके क्वात्रा ने बताया कि हमारे यहां ६ दिसम्बर से होनेवाली परीक्षा की तैयारी पहले से है।
विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की बेहतरी के हिसाब से परीक्षा कार्यक्रम फिर से तय करे। जाकिर हुसैन कॉलेज के एक शिक्षक ने बताया कि यहां पेपर भी तैयार कर लिया गया है। अगर परीक्षा के कार्यक्रम को जनवरी में ले जाया गया तो इसका नुकसान दूसरे सेमेस्टर में उठाना प़ड़ेगा। दूसरे सेमेस्टर में प़ढ़ाई के लिए बहुत कम वक्त बचेगा। ऐसे में बेहतर होगा कि दिसम्बर में ही इसे कराया जाए। जनवरी में कॉलेजों में फेस्ट का कार्यक्रम भी तय कर लिया गया है। परीक्षा विभाग के ओएसडी सुमन वर्मा ने बताया कि प्रशासन की कोशिश दिसम्बर में ही परीक्षा कराने की है। मौजूदा कार्यक्रम में ज्यादा फेरबदल किया जा सकता है।
हालांकि इसको लेकर कॉलेज प्रशासन से बातचीत जारी है। अगर बदलाव हुआ तो भी दिसम्बर में ही दो सप्ताह बाद परीक्षा होगी। प्रशासन को परीक्षा के कार्यक्रम में बदलाव करीब ११ कॉलेजों से बातचीत के बाद ही करेगा। इनमें प़ढ़ाई हुई है या नहीं। ६ दिसम्बर से परीक्षा कराने पर इन संस्थानों के छात्रों को ज्यादा नुकसान तो नहीं होगा इसे देखा जा रहा है। बताया जाता है कि साइंस से जु़ड़े ३१ कॉलेजों में से २० ने सेमेस्टर के हिसाब से परीक्षा कराने की तैयार कर ली है। पेपर भी सेट कर लिए हैं।
एसी-ईसी चुनाव अब १६ को
दिल्ली विश्वविद्यालय में कार्यकारी और विद्वत परिषद के चुनावी कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। यह चुनाव अब १६ दिसम्बर को होगा। पहले प्रशासन ने इसकी तिथि १७ दिसम्बर रखी थी। लेकिन जब पता चला कि उस दिन मुहर्रम का त्योहार है तो उसने अपने कार्यक्रम में संशोधन किया(नई दुनिया,दिल्ली,18.11.2010)।
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