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17 नवंबर 2010

चंडीगढ़ःडीएवी में यूजीसी मानकों का उल्लंघन

डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 में यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की तरफ से तय नियमों से ज्यादा टीचर फुल टाइम कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स के पद पर काम कर रहे हैं। इन टीचर्स को कॉलेज प्रबंधन की ओर से कोई नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए हैं। वहीं इस साल के पहले दो महीनों में टीचर्स की हाजिरी का भी कोई ब्यौरा नहीं रखा गया।

उन्हें यूजीसी नियमों के मुताबिक न्यूनतम वेतनमान देने के बजाय मनमाने तरीके से वेतन दिया जा रहा है। आरटीआई कार्यकर्ता डॉ. आरके सिंगला की तरफ से आरटीआई के तहत पूछे गए सवालों के जवाब में यह जानकारी मिली है। डीएवी कॉलेज प्रबंधन से डॉ. सिंगला ने 8 सितंबर को आरटीआई के तहत पांच सवालों के जवाब मांगे थे। 8 सितंबर को मांगी गई इस जानकारी का जवाब 5 अक्टूबर को मिला।

क्या मिला जवाब :
कॉलेज प्रशासन की तरफ से जो जानकारी उपलब्ध कराई गई उसके मुताबिक यूजीसी द्वारा तय नियमों से ज्यादा टीचर फुल टाइम कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स के तौर पर काम कर रहे हैं। कॉलेज में इस समय 75 फुल टाइम कॉन्ट्रेक्ट टीचर काम कर रहे हैं। इसके अलावा कॉलेज में लगभग 140 रेगुलर टीचर हैं। इस तरह यहां 215 टीचर काम कर रहे हैं। यूजीसी नियमों के तहत कोई भी कॉलेज टीचर्स की कुल संख्या के 10 फीसदी से ज्यादा टीचर कॉन्ट्रेक्ट पर नहीं रख सकता। ऐसी स्थिति में डीएवी कॉलेज में 21 से ज्यादा फुल टाइम या पार्ट टाइम कॉन्ट्रेक्ट टीचर काम नहीं कर सकते। लेकिन यहां 75 टीचर फुल टाइम कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स के तौर पर काम कर रहे हैं।

नियुक्ति पत्र व सैलरी के बारे में:
टीचर्स के नियुक्ति पत्र के संबंध में कॉलेज ने कहा है कि इन टीचर्स को नियुक्ति पत्र नहीं दिए जा रहे। इस साल जुलाई-अगस्त में इन 75 टीचर्स को दी गई सैलरी से संबंधित चेकों की जानकारी से जाहिर होता है कि उन्हें यूजीसी नियमों के तहत सैलरी नहीं मिल रही। सिंगला ने 8 सितंबर को इस साल जुलाई-अगस्त में इन टीचर्स की अटेंडेंस का रिकार्ड भी मांगा।
लेकिन कॉलेज द्वारा जुलाई-अगस्त का रिकार्ड नहीं दिया गया। डॉ. सिंगला की तरफ से न मांगे जाने के बावजूद सितंबर महीने की अटेंडेंस का रिकार्ड दिया गया।

क्या होगा अगला कदम:
कॉलेज में नियमों के खिलाफ नियमित टीचरों की बजाय कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स से काम कराने के संबंध में डॉ. सिंगला यूजीसी से शिकायत करेंगे। साथ ही सिंगला कॉलेज प्रबंधन द्वारा अटेंडेंस का पूरा रिकार्ड न दिए जाने की शिकायत सेंट्रल इन्फार्मेशन कमीशन (सीआईसी) से करेंगे।

क्या थे पांच सवाल
मौजूदा सत्र में ग्रांट इन एड के अलावा रखे गए कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स की संख्या

इन टीचर्स को नियुक्ति पत्र दिए जाने का विवरण।

जुलाई व अगस्त के महीने में दी गई सेलरी के चेकों की जानकारी।

नियुक्ति के लिए दिए गए विज्ञापनों, नियुक्ति प्रक्रिया की जानकारी

जुलाई-अगस्त में लगाई गई अटेंडेंस की फोटोस्टेट कॉपी।


नियमों के मुताबिक क्या होना चाहिए

यूजीसी की तरफ से टीचर्स की नियुक्तियों के संबंध में जारी नियमों को देखें तो साफ है कि हर कॉलेज में कॉन्ट्रेक्ट या फुल टाइम कॉन्ट्रेक्ट पर काम करने वालों टीचरों की नियुक्ति प्रक्रिया और सैलरी बिलकुल रेगुलर टीचर्स के बराबर होनी चाहिए। इन टीचर्स को कम से कम 25 हजार 700 रुपये सैलरी मिलनी चाहिए। लेकिन कॉलेज में काम कर रहे इन टीचर्स को 12 हजार रुपये से लेकर 25 हजार रुपये के बीच सैलरी दी जा रही है।


कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स की संख्या
डिपार्टमेंट फुलटाइम कॉमर्स एंड मैनेजमेंट 19

कंप्यूटर साइंस 21

बायोटेक 10

फिजिक्स 05

इंग्लिश 05

बायोइनफॉर्मेटिक्स 03

ज्योग्राफी 02

केमिस्ट्री 02

हिस्ट्री 02

जियोलॉजी 02

इक्नॉमिक्स 01

सोश्योलॉजी 01

साइकोलॉजी 01

फिजिकल एजुकेशन 01
(अधीर रोहाल,दैनिक भास्कर,चंडीगढ़,17.11.2010)

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