छात्राओं के केन्द्र बनाने के लिए अब पांच सौ की संख्या मायने नहीं रखेगी। इससे अधिक छात्राएं होने पर भी इनके केन्द्र एक ही विद्यालय में बनेंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा 2011 के लिए केन्द्र निर्धारण नीति में परिवर्तन कर दिया है। इसमें केन्द्र बनाने की समय सीमा 15 नवंबर तक बढ़ाने के साथ ही छात्राओं के केन्द्र को अधिकतम संख्या से मुक्त कर दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने दस सितंबर को बोर्ड परीक्षा 2011 के लिए केन्द्र निर्धारण नीति जारी की थी। इसमें छात्राओं के लिए स्वकेन्द्र की व्यवस्था देने को कहा गया था। स्वकेन्द्र उपलब्ध न होने की स्थिति में निकटतम विद्यालय में परीक्षा केन्द्र देने की बात कही गई थी। इसके साथ ही इसमें किसी भी विद्यालय में 500 से अधिक छात्र आवंटित न करने का निर्देश दिया गया था। इससे किसी विद्यालय में छात्राओं की संख्या 500 से अधिक होने की स्थिति में उनके केन्द्र दो विद्यालयों में भेजने की समस्या आ रही थी। शासन ने इसे देखते हुए केन्द्र निर्धारण नीति में परिवर्तन कर दिया है। तीन नवंबर को माध्यमिक शिक्षा सचिव जितेन्द्र कुमार द्वारा जारी आदेश में अब एक विद्यालय के सभी छात्राओं को एक ही परीक्षा केन्द्र आवंटित करने का निर्देश दिया गया है। भले ही इसमें छात्राओं की संख्या 500 से अधिक हो। शासन ने इसी क्रम में केन्द्र निर्धारण के लिए अंतिम समय सीमा को भी 15 नवंबर तक बढ़ा दी है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव विनोद कृष्ण ने बताया कि शासनादेश जिलों को तत्काल फैक्स कर दिया गया है(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,4.11.2010)।
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