हिमाचल प्रदेश के महाविद्यालयों में अनुबंध पर तैनात प्राध्यापकों में दो दिन का वेतन कटने से रोष है। प्राध्यापकों को अक्टूबर में केवल 28 दिन का ही वेतन मिला है। शनिवार दो अक्टूबर को गांधी जयंती होने और उसके बाद रविवार आ जाने के बाद शिक्षा विभाग ने अनुबंध प्राध्यापकों को केवल 28 दिन का ही वेतन दिया है।
हिमाचल प्रदेश अनुबंध प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष जोगिंद्र सिंह सकलानी का कहना है कि प्रदेश सरकार ने सभी कर्मियों को दीपावली के दौरान एरियर के रूप में कुछ न कुछ दिया है, लेकिन अनुबंध प्राध्यापकों का तो जायज वेतन भी नहीं मिल पाया है। इस मसले पर संघ प्रधान शिक्षा सचिव के समक्ष अपना विरोध जताएगा। प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रधानाचार्यो ने अनुबंध प्राध्यापकों की सेलेरी को लेकर केजुअल रवैया अपनाया है। उन्होंने कहा कि सेलेरी इस हिसाब से बनाई गई कि बीच में एक साथ दो अवकाश आ गए। इस कारण प्राध्यापकों को दो दिन के अवकाश के वेतन का नुकसान उठाना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि अनुबंध पर तैनात प्राध्यापकों को 21,600 रुपये मासिक वेतन मिलता है। इस तरह हर प्राध्यापक को दो दिन के वेतन के रूप में डेढ़ हजार रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। दीपावली के अवसर पर प्रदेश के सरकारी कर्मियों को एरियर के रूप में वेतन के अलावा अतिरिक्त पैसा मिला, लेकिन अनुबंध कालेज प्राध्यापक तो अपने हक से भी वंचित रहे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में 600 से अधिक प्राध्यापक अनुबंध पर तैनात हैं, लेकिन उन्हें अभी तक सरकार की ओर से घोषित तीन फीसदी इन्क्रीमेंट भी नहीं मिला है(दैनिक जागरण संवाददाता,शिमला,6.11.2010)।
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