शासन की तरफ से आंदोलनकारी निकाय कर्मचारियों को बताया गया कि दैनिक वेतन भोगियों का मानदेय बढ़ा दिया गया है। इसमे समूह घ के कर्मचारियों को 100 रुपये से बढ़ाकर 120 रुपये और समूह ग के 140 रुपये प्रतिदिन दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इसी तरह संविदा कर्मचारियों को सौ रुपये के बजाय 120 रुपये प्रतिदिन दिये जाने का आदेश जल्द जारी होगा। शासन के इस निर्णय के बाद भी कर्मचारी आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं हैं। नगर निगम मुख्यालय परिसर में स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री अशोक गोयल का शुक्रवार को पांचवें दिन भी अनशन जारी रहा। शुक्रवार को भी उनको मनाने के प्रयास विफल रहे। आंदोलनकारी कर्मचारियों को 23 नवंबर को मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में लिये गए निर्णय की कार्यवाही भी उपलब्ध करा दी गई है। इसमें दैनिक वेतन कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने जाने का जिक्र है। इसके अलावा 29 जून 1991 से पूर्व के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के विनियमितीकरण के लिए शासन द्वारा अधिसंख्य पद सृजित किये जाने की कार्यवाही किये जाने का आदेश शासन ने दिया है। शासन ने वेतन सम्बन्धित भुगतान कराये जाने का शासनादेश जारी किया है। इसके अलावा कई मांगों पर शासन की तरफ से कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। चेतावनी-मांगे पूरी न किए जाने से क्षुब्ध नियोजन एवं विकास कार्णिक संघ (मुख्यालय शाखा) का आधे दिन का कार्यबहिष्कार शुक्रवार को भी जारी रहा। जवाहर भवन के दसवें तल पर स्थित लिफ्ट के पास आम सभा हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया कि मांगों के पूरा न किये जाने पर सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। सिंचाई विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने तथा छठे वेतन के अवशेष एरियर समेत अन्य मांगों को पूरा कराने के लिए प्रमुख अभियंता सिंचाई विभाग के गेट पर कर्मचारियों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा(दैनिक जागरण,लखनऊ,२७.११.२०१०)।
achhi khabar lekin sarkar is disha mein gambhir nahi rahti... mahangaaye mein intnee chhoti rakam ghar kahan chalta hai..... khud samkaksh vedanman mile to behtar hota... lekin kaun sunega... dailywages ka nimitikran hoga aisa Madhya pradesh mein bhi pichhle 25 saal chal raha hai bechare kuch to retire ho gaye hai kuch ab bhi aash lagaye huye hai..
जवाब देंहटाएंes disha mein yadi aap kuch pahal karen to khushi hogi....