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09 नवंबर 2010

हरियाणा में इंजीनियरिंग में प्रवेश के नाम पर लाखों की ठगी करने वाली महिला गोरखपुर में गिरफ्तार

करनाल (हरियाणा) से आयी पुलिस टीम ने रविवार की शाम शाहपुर थाना क्षेत्र से एक महिला को गिरफ्तार किया। इस महिला के खिलाफ इंजीनियरिंग में प्रवेश के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का मामला करनाल सिटी थाने में दर्ज था। सोमवार को हरियाणा पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रवाना हो गई। महिला का पति फरार चल रहा है।
शाहपुर थाना क्षेत्र के राप्तीनगर फेज तीन (गंगानगर चौक के पास) में रहने वाले अरुण कुमार मिश्र करनाल सिटी (हरियाणा) थाना क्षेत्र में न्यू पीटी कालेज कोचिंग संस्थान में रसायन शास्त्र का अध्यापक रहा है। उसने वहां छात्रों से कहा कि हरियाणा में कोई भी इंजीनियरिंग कालेज अच्छा नहीं है। यहां से इंजीनियरिंग करने पर नौकरी नहीं मिलेगी। बंगलौर में कई अच्छे इंजीनियरिंग कालेज है। वहां चार लाख रुपये देना होगा। इसके बाद उसने कई छात्रों से ढाई-तीन लाख रुपये ले लिया। करनाल के अशोक बिहार फूसगढ़ के सत्यार्थ द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें के अनुसार अरुण कुमार मिश्र ने उनसे विभिन्न तिथियों में दो लाख से ज्यादा रुपया लिया और इंजीनियरिंग में प्रवेश नहीं कराया। पैसा मांगने पर अरुण ने तीन हजार रुपये का चेक दिया जो बाउंस कर गया। सत्यार्थ के तहरीर पर करनाल पुलिस ने 420 व 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। अरुण मिश्र फरार चल रहा है। उसकी पत्नी सुमन मिश्रा शाहपुर थाना क्षेत्र के गंगानगर चौक क्षेत्र में प्रिंस पैलेस के नाम मकान पर रह रही थी।
रविवार की तकरीबन चार बजे हरियाणा पुलिस की एक टीम प्राइवेट वाहन से करनाल सिटी के दारोगा इंस्पेक्टर संजीव मलिक के नेतृत्व में यहां पहुंची। टीम में एक सहायक सब इंस्पेक्टर, दो हेड कांसटेबिल, दो सिपाही तथा सुनीता समेत दो महिला सिपाही भी थीं। हरियाणा पुलिस यहां डीआईजी से संपर्क करने के बाद शाहपुर थाने पर गई। उसके बाद शाम को तकरीबन छह बजे सुमन मिश्रा के घर पर दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। चूंकि ट्रांजिट रिमाण्ड दूसरे दिन मिलने था, इसलिए महिला से पूछताछ के बाद यहां महिला थाने के लाकअप में रखा गया। रविवार को यात्रा रिमांड के लिए सीजेएम की अदालत में पेश किया। दोपहर बाद अदालत से यात्रा रिमांड का आदेश मिलने के बाद हरियाणा पुलिस उसे अपने साथ ले गयी।
श्रीमती सुमन मिश्र के मुहल्लेवालों के अनुसार सुमन मिश्र किसी से मिलती-जुलती नहीं थी। उसकी पूरी गतिविधियां रहस्मय थी। उसने पता नहीं कैसे पुलिस व होमगार्ड की सुरक्षा भी हासिल कर लिया था(दैनिक जागरण,गोरखपुर,9.11.2010)।

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