छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) की लापरवाही से अभ्यर्थी भटक रहे हैं। व्यक्तिगत परीक्षा 2011 के ऑनलाइन आवेदन में गड़बड़ी के चलते अभ्यर्थी न केवल विवि के चक्कर लगा रहा बल्कि पैसे का नुकसान कर रहा है सो अलग।
सीएसजेएमयू की व्यक्तिगत एवं एक विषय परीक्षा 2011 के आन लाइन आवेदन का टोकन बीते 12 नवंबर से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एवं बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं से बंट रहे है। छात्र बैंक से टोकन लेने के बाद ऑनलाइन आवेदन करता है। कैफे में जब पहुंचकर छात्र डाटा भरने के बाद फोटो अपलोड करने की सोचता है वैसे ही दूसरे की फोटो आ जाती है। इस गड़बड़ी की शिकायत लेकर जब छात्र विवि पहुंचता है तो गेट पर सुरक्षा कर्मी उसे अंदर नहीं जाने देते। व्यक्तिगत परीक्षा 2011 में एमकाम प्रथम वर्ष में आवेदन करने वाले छात्र अंकित लाठ ने बताया कि विवि के चक्कर लगाने में समय की बरबादी, इससे तो पुराना सिस्टम ही बेहतर था। यह समस्या सिर्फ अंकित की ही नहीं। अंकित जैसे कई छात्र इसको लेकर विवि के चक्कर काट रहे है और दलाल लाभ कमा रहे हैं। इस बाबत उप कुलसचिव पीएन प्रसाद ने बताया कि 9 लाख छात्र विश्वविद्यालय से जुड़े हैं यदि एक आध छात्र को दिक्कत आ भी गयी तो वह विवि परिसर स्थिति कंप्यूटर सेंटर पर सिस्टम मैनेजर डॉ. सरोज द्विवेदी से मिलकर समस्या का समाधान कर सकता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई आता है तो उसे कंप्यूटर सेंटर भेजकर समस्या का समाधान कर दिया जाता है(दैनिक जागरण,कानपुर,21.11.2010)।
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