छात्रों को बिना विश्वास में लिए प्रतिमाह दो दिन का अतिरिक्त अवकाश करने के निर्णय पर शनिवार को राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ा। नियत समय पर केन्द्रीय पुस्तकालय में अध्ययन के लिए पहुंचे छात्रों को जब अवकाश की सूचना मिली तो वे भड़क उठे। बाद में कुलपति प्रो.ए.डी.सावंत के सकारात्मक निर्णय के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
गौरतलब है कि, विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर प्रत्येक माह के पहले और तीसरे शनिवार को गैर कार्यदिवस घोçष्ात किया था। साथ ही इसे 20 नवम्बर से ही प्रभावी भी कर दिया। विश्वविद्यालय का केन्द्रीय पुस्तकालय सामान्य दिनों में सुबह 8 से रात 10 बजे तक, जबकि अवकाश में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक खुला रहता है।
छात्र गैर कार्य दिवस की कोई पूर्व सूचना नहीं होने से सुबह 8 बजे वहां पहुंच गए लेकिन दो घंटे तक पुस्तकालय नहीं खुलने पर उनका सब्र टूट गया। छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष यादव के अनुसार अवकाश के सम्बन्ध में छात्र प्रतिनिघियों को भी सूचना नहीं दी है(राजस्थान पत्रिका,जयपुर,21.11.2010)।
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