दुग्ध संघ में मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाए गए एसबी डबराल की नियुक्ति में कर्मचारियों ने उल्लघंन का आरोप लगाया है। कर्मचारियों का कहना है कि श्री डबराल की नियुक्ति वरिष्ठता क्रम को ध्यान में रखकर नहीं की गई है। श्री डबराल द्वारा दुग्ध संघ में कई अनियमितताएं की जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि आचार्य विद्यासागर योजना के तहत दो हजार से ज्यादा प्रति गाय की दर से जो गाय खरीदी गई वो बेहद घटिया स्तर की है। प्रस्तावित न्यूनतम दर की अनदेखी कर अधिक कीमत पर प्रीपैक मशीनें खरीदी गई। इसी तरह गोमा कंपनी से क्रेट, बासर एवं होमोनाइजर जैसी मशीने अधिक दर पर क्रय की गई। कर्मचारियों का आरोप है कि सीईओ की सहमति से स्क्रेप निकालने के काम में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है। स्क्रेप निकालने के लिए पूर्व में जो टेंडर बुलाए गए थे, उसकी समयावधि बीत गई। बाद में बिना टेंडर बुलाए पुराने निविदाकर को काम दे दिया गया। अब निविदाकर व सीईओ की मिलीभगत से इसमें अनियमितता की जा रही है। इतना ही नहीं दुग्ध टैंकर की खरीदी में भी कमीशनबाजी का खेल चल रहा है। प्रस्तावित न्यूनतम दर की बजाय अधिक दर पर खरीदी की गई और दुग्ध संघ को लाखों का चूना लगाया गया। कर्मचारियों ने श्री डबराल को सीईओ बनाए जाने पर भी सवाल उठाया। कर्मचारियों का कहना है कि जब दुग्ध संघ पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है और यहां अधिकारियों व कर्मचारियों की अधिक संख्या के चलते उन्हें नियमित रुप से वेतन नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में भ्रष्टाचार के मामले में निलंबन झेल चुके श्री डबराल को सीईओ का दायित्व देना, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है। शीघ्रलेखन व मुद्रलेखन परीक्षा 9 व 16 जनवरी को भोपाल। अंग्रेजी की शीघ्रलेखन व मुद्रलेखन परीक्षा 9 व 16 जनवरी को प्रदेश भर में एक साथ आयोजित की गई है। शीघ्रलेखन व मुद्रलेखन परिषद द्वारा प्रश्न पत्रों का वितरण 3 व 4 जनवरी को किया जाएगा। परीक्षा में करीब पचास हजार अभ्यार्थी शामिल होंगे। परिषद द्वारा केंद्राध्यक्षों को निर्देश जारी कर दिए हैं(दैनिक जागरण,भोपाल,25.11.2010)।
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