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29 नवंबर 2010

गुड़गांवःइधर स्कूल और घर पर टीचर उपलब्ध कराने की कवायद,उधर गेस्ट टीचरों की रैली

अगर सरकारी स्कूल में किसी विषय का टीचर नहीं है तो छात्रों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब उन्हें टीचर भी उपलब्ध करवाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर होम ट्यूटर भी, वह भी बिल्कुल मुफ्त। यह मुहिम शुक्रवार से शुरू हो गई है। ये टीचर एग्जाम तक छात्रों को तैयारी कराएंगे।

गुड़गांव में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट द्वारा स्टूडेंट्स के लिए यह अनूठी पहल शुरू की गई है। इसके लिए स्कूल की तरफ से स्टूडेंट्स की जरूरत बतानी होगी। उसके बाद संस्था द्वारा स्कूल या स्टूडेंट के घर के पास फ्री कोचिंग के लिए टीचर उपलब्ध कराया जाएगा। सब्जेक्ट के अनुसार ही टीचर उपलब्ध कराया जाएगा।

जिले के किसी भी सरकारी स्कूल में जहां किसी सब्जेक्ट के टीचर नहीं होने की वजह से स्टूडेंट्स अपनी एग्जाम की तैयारी नहीं कर पाए हैं। ऐसे स्टूडेंट्स के लिए यह योजना वरदान साबित हो सकती है। इसके लिए ट्रस्ट की तरफ से सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि आने वाले एग्जाम तक स्टूडेंट्स हर सब्जेक्ट में पूरी तरह से तैयार हो जाएं।


इसके पहले दिन डुंडाहेड़ा के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने कॉमर्स टीचर की मांग की, वहीं गांव सिलोखरा के सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स ने मैथ टीचर की मांग रखी। ट्रस्ट की तरफ से दोनों स्कूलों को टीचर उपलब्ध कराया जा रहा है। स्कूल के बाद ये टीचर स्कूल या जहां पर स्टूडेंट्स को सुविधा हो उस स्थान पर रोजाना दो घंटे की क्लास लगाएंगे और एग्जाम की तैयारी कराएंगे। संस्था की तरफ से जिले में शिक्षा का स्तर उठाने व सरकारी स्कूलों में टीचरों की कमी के चलते अपना सिलेबस पूरा नहीं कर पाने वाले स्टूडेंट्स को एग्जाम में अच्छे मार्क्स दिलाने के लिए यह पहल की गई है। इसके लिए सरकारी स्कूलों के मुखियाओं व समाज सेवी लोगों की भी मदद ली जा रही है, ताकि एग्जाम के समय तक स्टूडेंट्स को अपनी पढ़ाई पूरी करने में परेशानी ना हो। 


गौरतलब है कि जिले के अधिकतर सरकारी स्कूलों में स्पेशलिस्ट टीचर नहीं है। इसकी वजह से कई सब्जेक्टों में तो पढ़ाई शुरू भी नहीं हो पाई है। अध्यापकों की कमी के चलते स्टूडेंट्स के सामने एग्जाम में पास होने का संकट बना हुआ है। हालांकि अभी एग्जाम में तीन माह का समय है और इन तीन माह में स्टूडेंट्स को तैयारी कराने के लिए एक्सपर्ट मिल जाए तो काफी हद तक स्टूडेंट्स को इसका लाभ मिलेगा। 

उधर,अपनी मांगों को लेकर गेस्ट टीचरों ने रविवार को रैली निकाली। इस रैली में करीब 800 गेस्ट टीचर शामिल हुए। 29 सितंबर से ही हरियाणा के गेस्ट टीचर रोहतक में भूख हड़ताल पर बैठे हैं। रविवार को निकाली गई रैली की अध्यक्षता जिला प्रधान कृष्ण कुमार ने की। उन्होंने बताया कि 5 दिसंबर को सभी गेस्ट टीचर रोहतक में रैली निकालेंगे। रैली में गुड़गांव के अलावा महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल और फरीदाबाद के गेस्ट टीचर शामिल हुए। इस रैली में प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र खिलौड़ भी शामिल हुए। 

गेस्ट टीचर की मांग है कि उनके लिए पॉलिसी बनाकर उन्हें नियमित किया जाए। प्रदेश में करीब 15 हजार गेस्ट टीचर हैं और गुड़गांव में गेस्ट टीचरों की संख्या 407 है। लेकिन इनकी मांगों पर सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। इसे लेकर पूरे प्रदेश में रैलियां निकाली जा रही हंै। 14 नवंबर को हिसार में, 21 नवंबर को अंबाला में भी ऐसी ही रैली निकाली गई थी। इस रैली में संघ के अध्यक्ष सुभाष यादव और कई जिले के गेस्ट टीचर शामिल हुए। कृष्ण कुमार ने बताया कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक गेस्ट टीचरों की मांगों को मान नहीं लिया जाता(बलराज दायमा,नवभारत टाइम्स,गुड़गांव,29.11.2010)। 

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