केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अपने काम को और चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए परीक्षा अंकपत्र, सतत समग्र मूल्यांकन (सीसीई), बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों एवं अन्य गतिविधियों को आनलाइन करने की योजना बनाई है। सीबीएसई के कम्प्यूटर केंद्र के प्रमुख बीएम गुप्ता ने कहा कि बोर्ड से संबद्ध स्कूलों समेत अंकपत्र, सीसीई ग्रेड्स से संबंधित अकादमिक एवं गैर अकादमिक कार्यो एवं अन्य गतिविधियों के आंकड़े तैयार करने और इसे आनलाइन एवं आफलाइन माध्यम से जारी करने का निर्णय किया गया है। इसके लिए सक्षम साफ्टवेयर की जरूरत होगी। इस विषय में वेब आधारित आंकड़े एकत्र करने के वास्ते साफ्टवेयर तैयार करने के संबंध में अर्हता पूरा करने वाली कंपनियों से निविदा मांगी गई है। आनलाइन माध्यम से स्कूल संबंधी डाटा बैंक तैयार करने से जुड़ी इस प्रणाली के लिए योग्य कंपनी को सतत समग्र मूल्यांकन से जुड़े विषयों को कम से कम 10 स्कूलों में सफलतापूर्वक प्रदर्शित करके दिखाना होगा और उसे कम से कम पांच वर्ष का तकनीकी अनुभव होना जरूरी होगा। कंपनी का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का होना जरूरी है। गौरतलब है कि बोर्ड ने अंक आधारित परीक्षा के स्थान पर 2009-10 सत्र से 9वीं एवं 10वीं कक्षा के लिए ग्रेड आधारित सतत समग्र मूल्यांकन प्रणाली शुरू की थी, जिसमें छात्रों की विषय से जुड़ी योग्यता के साथ उनकी रचनात्मक दक्षता का आकलन किया जाता है। अधिकारी ने बताया कि स्कूल की शैक्षणिकएवं अन्य गतिविधियों को आनलाइन माध्यम से पेश करने की योजना के तहत वेब आधारित एप्लीकेशन साफ्टवेयर के माध्यम से सीसीई से जुड़े विभिन्न आयामों, छात्रों के अंक एवं ग्रेड एवं अन्य आंकड़ों को उपयोग की दृष्टि से सरल बनाने की योजना है। बहरहाल, साफ्टवेयर को पूरी तरह से वेब आधारित या केवल इंटरनेट पर निर्भर नहीं होना चाहिए और इसमें सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। साफ्टवेयर में स्कूलों और बोर्ड के लिए अलग से डाटाबेस तैयार करने की व्यवस्था होनी चाहिए(दैनिक जागरण,पटना,29.11.2010)।
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