इंटर परीक्षा के अभ्यर्थियों द्वारा ओएमआर शीट पर गलत सूचना देना महंगा पड़ सकता है। ओएमआर शीट में गलत सूचना पकड़े जाने पर अभ्यर्थित्व रद किया जा सकता है। यह निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो. एकेपी यादव ने इंटर परीक्षा के ओएमआर शीट का इस्तेमाल के मामले में सात लाख परीक्षार्थियों तथा संबंधित प्राचार्यो को दिया है।
प्रो. एकेपी यादव ने रविवार को बताया कि ओएमआर शीट उपलब्ध कराने के लिए सोमवार को उच्च माध्यमिक प्रभाग में स्पेशल काउंटर खोला जाएगा ताकि दूर-दराज के जिलों से आए तमाम प्राचार्यों और उनके प्रतिनिधियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा समिति ने सावधानी बरतने के लिए ओएमआर शीट के साथ ही मार्गदर्शिका भी उपलब्ध कराने जा रहा है, जो प्रत्येक इंटर विद्यालयों एवं संबंधित कालेजों को उपलब्ध होगा। मार्गदर्शिका में ओएमआर शीट के इस्तेमाल संबंधी सावधानी बरतने की हिदायत दी गयी है। आठ पेज की मार्गदर्शिका में फार्म भरने की पूरी जानकारी दी गयी है। ओएमआर शीट के इस्तेमाल में क्या सावधानी बरतनी है? शीट को तकनीकी रूप से कैसे भरना है? ये सब जानकारी दी गई है। अध्यक्ष ने बताया कि ओएमआर शीट की छायाप्रति का प्रयोग नहीं करना है। शीट में बने खाने यानी कोष्ठ से बाहर नहीं लिखना है। ओएमआर शीट में कटिंग या ओवरराइटिंग नहीं करना है। यहां तक कि किसी प्रकार के दाग या धब्बे से भी उसे सुरक्षित रखना है।
प्राचार्यो को यह निर्देश दिया गया है कि सभी परीक्षार्थियों के लिए आवंटित ओएमआर फार्म में सारी सूचनाएं ठीक से तैयार करना है। ओएमआर फार्म को आरोही क्रम की तरह सुसज्जित करके मुख्यालय में जमा कराना है। फार्म में भी कोष्ठ बने हैं, जिसमें शुल्क के बारे में विवरण अंकित है, जिसके आलोक में ही अभ्यर्थियों से शुल्क जमा लेना है। इस शुल्क विवरणी पर प्राचार्य का हस्ताक्षर अनिवार्य है(दैनिक जागरण संवाददाता,पटना,14.11.2010)।
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