मैट्रिक तथा इंटर के करीब 18 लाख परीक्षार्थियों की सुविधा के मद्देनजर ओएमआर शीट उपलब्ध करायी गयी है। इस शीट में कुछ इस तरह तकनीकी जानकारी दी गई है कि कोई भी विद्यार्थी और प्रधानाध्यापक अपनी लापरवाही और जिम्मेवारी के लिए परीक्षा समिति को दोष नहीं दे सकता। विद्यालयों और कालेजों के माध्यम से परीक्षार्थियों को शीट नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। ओएमआर शीट में मार्गदर्शिका, परीक्षा तथा पंजीयन शुल्क की विवरणी के अलावा प्रधानाध्यापकों के लिए आवश्यक निर्देश भी दिया गया है।
ओएमआर शीट सीरियल नम्बर से दर्शाया गया हैं। इसमें संबंधित विद्यालय का नाम, परीक्षार्थी का नाम और उसका पूरा पता, फोटो, स्कूल कोड, माता तथा पिता का नाम, जन्म तिथि, धर्म और विषय शामिल हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन प्रो. एकेपी यादव ने बताया कि ओएमआर शीट में खाली गोलों को केवल पेंसिल से भरना यानी काला करना है, जबकि चकोर बाक्स को बाल प्वाइंट पेन से सूचनाएं अंकित करना है। इस शीट की विशेषता यह है कि संबंधित परीक्षार्थी के बारे में पूरी जानकारी को केवल गोल खाने या चकोर प्रकोष्ठ में पेंसिल से काला करके या बाल प्वाइंट पेन से दर्शाना है। इसमें चूक होने पर परीक्षा समिति जिम्मेवार नहीं होगा। शीट में विद्यालय का नाम अंग्रेजी के बड़े अक्षरों से लिखा जाएगा। छोटे अक्षर का इस्तेमाल वर्जित है। वैसे विद्यार्थी जो किसी स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालय से स्वतंत्र रूप से पंजीयन करा रहे हैं, उनके ओएमआर शीट पर स्थापना की अनुमति प्राप्त विद्यालय का पूरा नाम लिखना है। प्रत्येक विद्यालय को समिति द्वारा आवंटित स्कूल कोड संख्या के अनुसार विद्यालय कोड अंकित करना अनिवार्य है। शीट में दर्ज निर्देशों का अनुपालन नहीं होने पर ओएमआर शीट रद हो जाएगा(दैनिक जागरण,पटना,26.11.2010)।
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