पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी में अनुभवी शिक्षक अन्य शिक्षकों की भीड़ में खो गए हैं।
यूनिवर्सिटी को पता ही नहीं कि यहां अनुभवी कौन है? तीन साल से विवि उनकी सूची तैयार नहीं कर पाया है। इस वजह से परीक्षा के पर्चे सेट करना, उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन जैसे महत्वपूर्ण काम अनुभव नहीं बल्कि अनुमान के आधार पर शिक्षकों को सौंपे जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी में पिछले तीन सालों में वार्षिक परीक्षा, पूरक परीक्षा व सेमीनार सहित बहुत से आयोजन हुए, हर बार अनुमान के आधार पर ही शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई। मामले में विवि के अधिकारियों का कहना है निजी कॉलेजों से सूची मंगाई गई है।
सूची आने के बाद अनुभवी शिक्षकों की सूची तैयार कर ली जाएगी। जो कॉलेज सूची नहीं भेज रहे हैं उन्हें इस सूची से दूर रखा जाएगा। परिनियम 28 के तहत नियुक्त प्राचायोर्र् एवं शिक्षकों की जानकारी निजी कॉलेजों ने अभी तक रविवि को नहीं भेजी है, जबकि इसके लिए उन्हें कई बार सूचित किया गया है। संबद्ध कॉलेजों में शिक्षकों कीवास्तविक स्थिति को जानने के लिए रविवि प्रशासन की टीम हर साल निरीक्षण के लिए जाती है। इसमें विवि के लाखों रुपए खर्च होते हैं।
सीनियारिटी लिस्ट तैयार करने का काम चल रहा है। इसके लिए सभी कॉलेजों से सूची मंगाई गई है। दिसंबर तक सूची तैयार हो जाएगी। - केके चंद्राकर, कुलसचिव रविवि(दैनिक भास्कर,रायपुर,7.11.2010)
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