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28 नवंबर 2010

फिजियोथैरेपी,पॉलिटेक्निक,मर्चेंट नेवी और घर बैठे इंटरनेट आधारित कार्य संबंधी जिज्ञासा का समाधान

मैं फिजियोथेरेपी में बैचलर कोर्स करने के बाद अमेरिका जाना चाहता हूं। मेरी नजर में पंजाब में एक संस्थान है जो बीपीटी कोर्स करवाता है। वह संस्थान मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से जुड़ा है। क्या वहां से डिग्री लेने के बाद मैं अमेरिका में फिजियोथेरेपी का लाइसेंसिंग एग्जाम दे सकता हूं? भारत में फिजियोथेरेपी नियामक संस्था के बारे में भी बताएं-राहुल, मोहाली


अगर कोई संस्थान अपनी किसी यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त होने के दावा करता है, तो आपको सीधे यूनिवर्सिटी से इस बात की जांच करनी चाहिए। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित करें कि संस्थान इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स (आईएपी) से मान्यता प्राप्त है या नहीं। यह संस्था इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती है। ज्यादा जानकारी के लिए बेवसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं। भारतीय फिजियोथेरेपिस्ट्स वर्ल्ड काउंसिल ऑफ फिजियोथेरेपी से मान्यता प्राप्त होते हैं। 

मैंने पॉलीटेक्नीक में प्रवेश लिया और उसी वर्ष मैंने दूसरी जगह बीए में भी दाखिला लिया। क्या इन दोनों योग्यताओं को साथ दिखाने में मुझे कोई दिक्कत हो सकती है? -फैजल कादिर, गाजीपुर 

नहीं। आप इन दोनों योग्यताओं को कहीं भी साथ-साथ दिखा सकते हैं। अगर ये दोनों योग्यताएं आपने अलग-अलग संस्थानों से प्राप्त की हैं, तो बिल्कुल डरने की जरूरत नहीं। हालांकि आपको अवसर आने पर वही डिग्री दिखानी चाहिए जो जॉब के लिए उपयुक्त हो। 

मैं मर्चेंट नेवी में जाना चाहता हूं। कृपया मुझे बताएं कि नॉटिकल साइंस में बीएससी करने के लिए 12वीं कक्षा (पीसीएम) में कितने प्रतिशत अंकों की आवश्यकता होती है। प्रवेश परीक्षा में होने वाली लिखित परीक्षा के बारे में भी बताएं-अभिषेक, मेरठ 

इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए नॉटिकल साइंस में एकवर्षीय प्री-सी डिप्लोमा अच्छा विकल्प है। इसके बाद आप इग्नू से बीएससी इन नॉटिकल साइंस का कोर्स भी कर सकते हैं। इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए 12वीं कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स और अंग्रेजी विषयों के साथ उत्तीर्ण होना जरूरी है। साथ ही पीसीएम में 55 प्रतिशत अंक होना भी अनिवार्य है। आयु 20 वर्ष से कम होनी चाहिए। इग्नू में दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर मिलता है। अधिक जानकारी के लिए इग्नू की वेबसाइट देख सकते हैं। इसके अलावा शिपिंग कॉरपोरेशन्स ऑफ इंडिया लिमिटेड भी नेविगेटिंग ऑफिसर कैडेट्स (टीएनओसी) की भर्तियां करती है। इसके लिए भी इग्नू-डीजीएस के अंतर्गत संचालित किए जाने वाले प्री-सी ऐंड शिपबोर्ड टे्रनिंग की जरूरत होती है, जिससे बीएससी इन नॉटिकल साइंस की राह निकलती है। शिपिंग के डायरेक्टोरेट जनरल ने भारत में विभिन्न प्री-सी ट्रेनिंग के लिए चयन प्रक्रिया निर्धारित की हुई है।

मुझे होम बेस्ड इंटरनेट जॉब्स के बारे में बताएं। ये कितने विश्वसनीय होते हैं? इनसे संबंधित विज्ञापन की जांच कैसे करवाई जाए-नेहा, चंडीगढ़

इस तरह के विज्ञापन व जॉब्स के लिए कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि आप किस कंपनी से डील कर रहे हैं। बड़ा लाभ कमाने जैसे प्रलोभनों से बचें। उसी तरह का कार्य कर रहे अन्य लोगों से कंपनी की साख के बारे में सलाह ली जा सकती है। कई बार कंपनियां भुगतान को लेकर भी काफी समस्या उत्पन्न करती हैं। इसलिए इस संबंध में जानकारी जुटाएं। विज्ञापन को क्लिक करने और ई-मेल चेक करने से ज्यादा कमाई नहीं होगी। इनकी बजाय अगर आप कोई वेबसाइट या ब्लॉग शुरू करती हैं, सामग्री जोड़ती हैं या फिर गूगल एडसेंस प्रोग्राम के लिए अप्लाई करती हैं तो अच्छी आमदनी हो सकती है। आपकी वेबसाइट की सामग्री के साथ विज्ञापन भी आते रहेंगे, जिन पर क्लिक कर आप पैसा कमा सकती हैं(अमर उजाला,23.11.2010)

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