हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड यूनियन ने बोर्ड के कुछ कर्मियों को सरप्लस घोषित किए जाने का पुरजोर विरोध किया है। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने कहा कि नवंबर माह के पहले पखवाड़े में जारी आदेश के अनुसार विद्युत बोर्ड के 94 क्लर्क, 68 प्रारूपकार, 24 कनिष्ठ अभियंता, 384 बेलदार व 164 चपरासी सरप्लस घोषित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यूनियन सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए इसे वापस लिए जाने की मांग करती है।
खरवाड़ा ने कहा कि विद्युत बोर्ड में विभिन्न श्रेणियों के छह हजार से भी अधिक पद रिक्त पड़े हैं। यही नहीं, विद्युत बोर्ड में विगत कुछ सालों में दो हजार से भी अधिक पदों को समाप्त किया जा चुका है। कर्मियों की भारी कमी के कारण बोर्ड में कई काम लटके हैं। ऐसी परिस्थितियों में कर्मियों को सरप्लस करना कहां की समझदारी है? खरवाड़ा ने कहा कि यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष ओपी भारद्वाज की पुण्यतिथि के अवसर पर 20 नवंबर को कर्मचारी नगरोटा बगवां में जुटेंगे और हर पहलू पर विचार करके आगामी रणनीति बनाएंगे(दैनिक जागरण,शिमला,18.11.2010)।
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