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06 नवंबर 2010

यूपीःस्वस्थ पशु देंगे रोजगार

प्रदेश सरकार ने दूध के उत्पादन की कमी को दूर करने केलिए कृषि विविधीकरण परियोजना पर अमल शुरू कर दिया है। योजना के तहत दुधारू पशुओं को हृष्ट-पुष्ट बनाने के लिए पौष्टिक आहार के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे न केवल दुग्ध उत्पादन की बढ़ोत्तरी की दिशा में प्रगति होगी, बल्कि बेरोजगारों को रोजगार भी मुहैया होगा। और तो और पौष्टिक आहार की बिक्री के लिए बाजार तक सरकार उपलब्ध कराएगी। सूबे के 38 जिलों में इस लाभकारी योजना की शुरुआत हो गयी है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत डास्प (कृषि विविधीकरण परियोजना) के अधिकारियों ने अम्बेडकर नगर, मऊ, सुल्तानपुर, बलरामपुर, फैजाबाद, आजमगढ़, बलिया, देवरिया, गाजीपुर सहित 38 जिलों के सभी ब्लॉकों से चार-चार बेरोजगारों को चयनित किया गया है। इन्हें पशुओं में दुग्ध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार बनाने के व्यवसाय का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। योजना के तहत चुने गए बेरोजगार युवक यूरिया मोलासेज ब्लॉक सप्लीमेंट का निर्माण करेंगे। जिसमें मोलासेज, गेहूं का भूसा, राईस पॉलिस, यूरिया, खडि़या, नमक आदि का प्रयोग होगा। डास्प के जिला समन्वयक डॉ.वीके सिंह के मुताबिक पौष्टिक आहार के निर्माण में आने वाली लागत का आधा हिस्सा महकमा वहन करेगा। यही नहीं ईट के आकार में बनाए गए इस आहार को जिला व अन्य स्थानों में बिक्री के लिए भरपूर बाजार मुहैया कराएगा। बेरोजगारों को अच्छी आय अर्जित हो सके। डॉ.सिंह कहते हैं कि इससे इस व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और लोग आहार उत्पादन की ओर प्रेरित होंगे। विशेषज्ञों के मुताबिक यूरिया मोलासेज ब्लॉक सप्लीमेंट पौष्टिकता से भरपूर होगा। इसे खाने वाले पशुओं की भूख तो बढ़ेगी ही साथ ही दुधारू पशुओं के दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा(संजय तिवारी,दैनिक जागरण,सुल्तानपुर,6.11.2010)।

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