मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

16 नवंबर 2010

यूपीएससी परीक्षाएं होंगी ऑनलाइन!

कैट की तर्ज पर संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) भी आने वाले समय में अपनी तमाम परीक्षाएं ऑनलाइन करने पर विचार कर रहा है। इसकी पहली कड़ी के तौर पर कंप्यूटर प्रोग्रामर्स की परीक्षा ऑनलाइन होने जा रही है। यह जानकारी यूपीएससी के चेयरमैन प्रो. डीपी अग्रवाल ने दी। आईआईटी-दिल्ली के डीन रह चुके प्रो. अग्रवाल ने ‘दैनिक भास्कर’ के साथ विशेष बातचीत में बताया कि ऑनलाइन परीक्षाओं की शुरुआत अंतर्विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं से की गई है। इसके बाद अगला नंबर कंप्यूटर प्रोग्रामर की परीक्षा का है। इसे भी परीक्षार्थी अपने-अपने कंप्यूटर के माध्यम से दे सकेंगे।

जहां तक यूपीएससी के आईएएस, आईपीएस व अन्य पदों के लिए होने वाली परीक्षाओं का सवाल है,इसमें कुछ व्यावहारिक दिक्कतें हैं। एक तो जरूरी नहीं है कि सिविल सेवा परीक्षा देने वाले सभी परीक्षार्थी कंप्यूटर में दक्ष हों। इन परीक्षाओं में बैठने वाले परीक्षार्थियों की संख्या भी बहुत होती है, लेकिन आयोग ऑनलाइन परीक्षा की संभावना की पड़ताल तो कर ही रहा है।

मुख्य परीक्षा पुराने पैटर्न से ही : प्रो.अग्रवाल ने बताया कि अगले साल से यूपीएससी की केवल प्रारंभिक परीक्षा ही नए पैटर्न से आयोजित की जा रही है, मुख्य परीक्षा का पैटर्न बदलने पर अभी कोई विचार नहीं किया जा रहा है। हालांकि प्रशासनिक सुधार आयोग (एआरसी) की रिपोर्ट में मुख्य परीक्षा के पैटर्न में बदलाव और परीक्षा देने के प्रयासों की संख्या कम करने की अनुशंसा की गई है। लेकिन सरकार ने इन मसलों पर यूपीएससी को विचार करने का निर्देश नहीं दिया है।


आम लोगों का विश्वास जीतें : प्रो.अग्रवाल
संघ लोकसेवा आयोग के चेयरमैन प्रो. डीपी अग्रवाल ने केंद्रीय सेवा के लिए चयनित अधिकारियों से कहा कि वे ऐसी कार्य प्रणाली अपनाएं जिससे वे आम जनता का विश्वास जीत सकें। प्रो. अग्रवाल सोमवार को नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में 85वें आधारभूत प्रशिक्षण के लिए चयनित प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को सलाह दी कि वे अपने मन में नकारात्मक सोच कभी ना आने दें।योजना बनाकर अपने दिन-प्रतिदिन के कार्यो को पारदर्शिता के साथ मूर्तरूप दें। आमजन से सतत्-संवाद भी सुशासन के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए। तभी वे जनता को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने में सफल होंगे।

प्रो.अग्रवाल ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में चयन के लिए अलग से परीक्षा आयोजित करने संबंधी प्रस्ताव भारत सरकार के समक्ष विचाराधीन है(ए.जयजीत,दैनिक भास्कर,भोपाल,16.11.2010)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।