ऐसा कोई फामरूला नहीं, जो आपकी समझ के होते पैनेपन को रोक सके। चूंकि यह सतत प्रक्रिया है, जिसमें मानव संसाधन से जुड़े लोग कार्य करने की नीति और एक दूसरे को जोड़ने में लगे होते है। ज्यादातर कंपनियां कार्मिंकों की समझ को धार देने वाले कार्यक्रम पर लगातार काम करती है। वे इसके लिए अनुकूल माहौल भी उपलब्ध करा रही है, जिससे वर्कप्लेस का माहौल और एम्प्लाई की क्षमता में निखार आये। किसी संगठन या कंपनी के विकास को कैसे निरंतर कामयाब बनाया जा सकता है, यह खुद वहां के कार्मिंकों पर निर्भर है। परंतु, इसके लिए नेतृत्व का कुशल होना ज्यादा अहम है, क्योंकि उन्हीं के जरिये संबंधित कंपनी के वर्कफोर्स को मजबूत किया जाता है। इसके लिए हम कंपनी में जिस व्यक्ति की भर्ती करने जा रहे है, वह उपयुक्त है या नहीं, यह ज्यादा मायने रखता है। एक अच्छे कर्मचारी की पहचान है कि वह अपने कार्य के नेचर का किस तरह मंथन करता है, इसके लिए कार्मिंकों को नित नई चीजें सीखने की जरूरत है। इसी सोच के तहत कार्मिंकों में निखार भी आता है। तब कहीं जाकर उनकी गुणवत्तापूर्ण उत्पादकता सामने आ पाती है। आपके व्यवहार का या आपके परिश्रम का आपके संगठन पर तभी प्रतिकूल असर होता है, जब आप एक कार्मिंक के रूप में नई-नई जानकारियों हासिल करने की उम्मीद छोड़ बैठते है। इससे आपकी समझ ठहर सी जाती है। कंपनी या प्रतिष्ठान के व्यवसाय और वित्तीय मामलों में जो भी टिकाऊ कामयाबी रहती है, उसमें स्किल्डकार्मिंक महत्वपूर्ण रोल अदा करते है। व्यापार के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कंपनी को चाहिए कि वह नई सूचनाएं, जानकारियां और प्रशिक्षण प्राप्त लोगों की तरजीह दे, उससे होगा यह कि कंपनी को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए वह अपनी प्रतिभा का ज्यादा से ज्यादा योगदान कर सकेगा। इसमें कार्मिंक के हुनर की भूमिका को स्थायित्व मिलना जरूरी है। हुनर या कुशलता को बरकरार रखना भी जरूरी है। स्थापित तथ्य यह है कि कोई भी कर्मचारी लंबे समय तक अपने संगठन से जुड़ा हुआ है, इससे उनके पेशेवर कार्य में भी इजाफा होता है, जो संगठन को कामयाबी दिलाता है। यदि कोई संगठन ऐसे किसी व्यक्ति को खो देता है, जो अनुभवी है तो उसके साथ वे अनुभव भी संगठन या कंपनी से छिन जाते है। कई संगठन ऐसे कर्मचारियों को टिकाये रखने में नाकाम रहते है, जो उस संगठन के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन दे चुके होते है और उनका अनुभव उस संगठन के काम आया होता है, जबकि संगठन को उनकी प्रतिभा की स्थिरता की सराहना करनी चाहिए थी। व्यक्तिगत और कॉरपोरेट लक्ष्य करियर विकास और मानव पूंजी के सही नियोजन संबंधी कारकों ने प्रतिभा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। सरल शब्दों में कहें तो कार्य अनुभव, प्रतिक्रिया प्रशिक्षण और संबंध जैसे वर्कफोर्स प्रतिबद्धता और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। किसी भी संगठन और लीडर में जुझारूपन होना चाहिए। उसी की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। अच्छा कार्य करने वाला कोई भी कर्मचारी कंपनी को क्यों छोड़ता है, इसके पीछे तीन वजहें दिखती है : जहां पर कार्मिकों की तरक्की के मौके कम हों कार्मिक को लगता हो कि कंपनी में सीखने के अवसर कम है कभी-कभी ऐसा होता है कि मनमाफिक कार्य स्थल नहीं मिल पाता। उसके अभाव में कर्मचारी कंपनी छोड़ देते है। औद्योगिक परिसरों के लिए भरपाई से जुड़े कार्यक्रम और आकषर्क पुरस्कार नेतृत्व शैली को ही प्रेरित करते है। उन्हें अपने कार्यस्थल पर पारदर्शी सिस्टम दिखता है और उनके सामने दिख रहा उद्देश्य जीवंत कार्य माहौल के अनुकूल होता है, तो वे कंपनी छोड़ने की बजाय व्यक्तिगत विकास के मौके होने की सूरत में छोड़ने की अपनी रणनीति को त्याग भी देते है। यहां ऐसा कोई फामरूला नहीं है जो आपकी कुशलता की स्थिरता को रोक सके। दरअसल, यह एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें मानव संसाधन और उससे जुड़े दूसरे अहम सदस्य कार्य करने की नीति और एक दूसरे को जोड़ने में लगे होते है। वे एक तय कार्यक्रम पर न चलते हुए देखते है कि कंपनी के माहौल में कुशल लोग ही निरंतर योगदान दे सकते है। इसलिए कार्य स्थल के माहौल और कर्मचारी की कार्यक्षमता को टिकाए रखना उनके लिए जरूरी होता है। मेहदी अब्बास जॉब के लिए बनें स्किल्ड कुशल कार्मिकों की हर कंपनी को जरूरत है। दरअसल, कंपनियां समझती है कि जो कुशल होगा, वही मुनाफा देगा(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली)
बहुत उपयोगी जानकारी है धन्यवाद।
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